` 5 के मूल्यवर्ग के भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद सिक्के जारी - "संचलन सिक्के" |
10 जनवरी 2012
` 5 के मूल्यवर्ग के भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद सिक्के जारी - ''संचलन सिक्के''
भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही ` 5 के मूल्यवर्ग के निम्नलिखित सिक्के परिचालित करेगा जो निम्नलिखित विमाओं, अभिक्ल्प और धातु-संरचना के अनुरुप होंगे, अर्थात् :
आकार और बाह्य व्यास |
सरेशनों की संख्या |
धातु संरचना |
वृत्ताकार
23 मिलीमीटर |
100 |
निकल पीतल जिसमें -
तांबा - 75 प्रतिशत
जस्ता - 20 प्रतिशत
निकल - 5 प्रतिशत |
अभिकल्प
मुख भाग |
पृष्ठ भाग |
सिक्के के मुखभाग पर मध्ये में अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, उसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। इस पर सिंह शीर्ष के नीचे अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "` 5" भी होगा। |
सिक्के के इस भाग पर ''भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद'', का प्रतीक इसके नीचे लोगो ''परीक्ष्य कारिणोहि कुशलाभवन्ति'' इबारत के साथ होगा। प्रतीक की बाईं और दाईं ओर तीन उभरती हुई रेखाएं होंगी और लोगो के नीचे वर्ष ''1911-2011'' दर्शित होंगे। ऊपरी परिधि पर ''भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद'' शब्द और उसके नीचे ''शताब्दी वर्ष CENTENARY YEAR'' होंगे तथा निचली परिधि पर "INDIAN COUNCIL OF MEDICAL RESEARCH" शब्द होंगे। |
यह सिक्का भारतीय सिक्का निर्माण अधिनियम, 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगी। इस मूल्यवर्ग के मौजूदा सिक्के वैध मुद्रा के रुप में बने रहेंगे।
अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/1103
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