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Date: 03/09/2014
भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक्सिस बैंक लिमिटेड के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज की स्थापना की

3 सितंबर 2014

भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक्सिस बैंक लिमिटेड के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज की स्थापना की

भारतीय रिज़र्व बैंक ने 3 सितंबर 2014 को मुंबई में एक्सिस बैंक लिमिटेड के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज की स्थापना की। श्री आर. गांधी, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने कॉलेज का उद्घाटन किया।

श्री गांधी ने अपने भाषण में कहा कि कुछ भारतीय बैंकों ने विदेशी अधिकारक्षेत्रों में लोगों के जीवन और उद्यमों में प्रवेश करना आरंभ कर दिया है तथा मेजबान देशों की अर्थव्यवस्था के लिए कुछ प्रासंगिकता ग्रहण की है। गृह देश के पर्यवेक्षक के रूप में रिज़र्व बैंक की बड़ी जिम्मेदारी है जिसकी पराकाष्ठा पर्यवेक्षी कॉजेलों की स्थापना के रूप में होती है जिसके माध्यम से पर्यवेक्षी सूचना और अवधारणा का विनिमय आसान हो जाता है।

दिनभर के कार्यक्रम के दौरान मेजबान और गृह पर्यवेक्षकों ने पारस्परिक महत्व के कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया और मेजबान पर्यवेक्षकों ने अपने-अपने देश में रिज़र्व बैंक के साथ एक्सिस बैंक लिमिटेड की उपस्थिति और परिचालन पर अपने विचार साझे किए। श्रीमती शिखा शर्मा, प्रबंधक निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी के नेतृत्व में एक्सिस बैंक लिमिटेड के शीर्ष प्रबंधन ने कॉलेज में सामान्य रूप से बैंक और विशेषरूप से इसकी अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति के बारे में प्रस्तुतीकरण किया तथा मेजबान पर्यवेक्षकों के प्रश्नों के जवाब दिए। श्री पी. आर. रविमोहन, प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग ने कॉलेज की चर्चा की अध्यक्षता की और पर्यवेक्षण में नए दृष्टिकोण अर्थात जोखिम आधारित पर्यवेक्षण की जानकारी के साथ रिज़र्व बैंक की पर्यवेक्षी भूमिका के बारे में प्रस्तुतीकरण किया। श्री सदर्शन सेन, प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, बैकिंगं परिचालन और विकास विभाग ने देश में विनियामक व्यवस्था पर प्रस्तुतीकरण किया।

पांच विदेशी अधिकारक्षेत्रों के नौ पर्यवेक्षकों ने एक्सिस बैंक लिमिटेड के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज में भाग लिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशों में भारतीय बैंकों के सीमापार परिचालन के पर्यवेक्षण के भाग के रूप में उन बैंकों के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज स्थापित किए हैं जिनकी अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति अच्छी है। इसने दिसंबर 2012 में ऐसे ही कॉलेज आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक तथा फरवरी 2014 में बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया के लिए स्थापित किए हैं। पर्यवेक्षी कॉलेज स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य पर्यवेक्षकों के बीच सूचना विनिमय और सहयोग बढ़ाना है जिससे कि बैंकिंग समूह की जोखिम रूपरेखा की समझ में सुधार किया जा सके और अंतर्राष्ट्रीय रूप से सक्रिय बैंकों का अधिक प्रभावी पर्यवेक्षण हो सके। यह अपेक्षित है कि इन कॉलेजों से पर्यवेक्षकों के बीच पारस्परिक विश्वास और सहयोग में वृद्धि होगी।

अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/470

 
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