12 मार्च 2020
रिज़र्व बैंक ने यूएसडी/आईएनआर विक्रय क्रय स्वैप की घोषणा की
COVID-19 संक्रमण का प्रसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में बांड प्रतिफल में गिरावट के कारण दुनिया भर के वित्तीय बाजारों को अत्यधिक जोखिम प्रतिकूलता पर गहन विक्रय दबाव का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा के कारण सभी परिसंपत्ति वर्गों में अस्थिरता में वृद्धि हुई है, जिससे कई उभरती हुई बाजार मुद्राएं अधोगामी दबाव का सामना कर रही हैं। अमेरिकी डॉलर चलनिधि में बेमेल, दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है।
वर्तमान वित्तीय बाजार की स्थितियों की समीक्षा करने और बाजार में अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, विदेशी मुद्रा बाजार को चलनिधि प्रदान करने के लिए 6 माह अमेरिकी डॉलर विक्रय / क्रय स्वैप का निर्णय लिया गया है। स्वैप नीलामी के माध्यम से एकाधिक भागों में आयोजित किया जाएगा। नीलामियां एकाधिक मूल्य आधारित होंगी अर्थात् सफल बोलियाँ उनके संबंधित कोट किए गए प्रीमियम पर स्वीकार की जाएंगी।
16 मार्च 2020 को 2 बिलियन अमरीकी डालर की राशि से शुरुआत की जाएगी। नीलामी का विवरण निम्नानुसार है:
स्वैप राशि
(यूएसडी बिलियन) |
नीलामी की तारीख |
नीलामी का समय |
निकटतम चरण/ स्पॉट तारीख |
दूरस्थ चरण तारीख |
2 |
16 मार्च 2020 |
पूर्वाह्न 9.30-पूर्वाह्न 11.00 |
18 मार्च 2020 |
18 सितंबर 2020 |
परिचालनात्मक दिशानिर्देश, पात्रता मानदंड और अन्य विवरण अनुबंध में दिए गए हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक तेजी से विकसित हो रही वैश्विक स्थिति और स्पिलओवर पर कड़ी निगरानी रख रहा है। बैंक सभी आवश्यक उपाय करने के लिए तैयार है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर COVID-19 संक्रमण के प्रभाव को कम किया जाए और भारत में वित्तीय बाजार और संस्थान सामान्य रूप से कार्य करते रहें। 6 मार्च 2020 तक विदेशी मुद्रा भंडार का स्तर 487.24 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी है।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/2049 |