(11 मई 2023 को अपडेट किया गया) 1. टोकनाइजेशन क्या है?
उत्तर: टोकनाइजेशन वास्तविक कार्ड विवरण को "टोकन" नामक एक वैकल्पिक कोड के साथ बदलने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है, जो कि कार्ड, टोकन अनुरोधकर्ता (यानी वह इकाई जो कार्ड के टोकनाइजेशन के लिए ग्राहक से अनुरोध स्वीकार करती है और इसे संबंधित टोकन जारी करने के लिए कार्ड नेटवर्क को भेजती है) और उपकरण (इसके बाद "पहचाने गए उपकरण" के रूप में संदर्भित) का अद्वितीय संयोजन होगा।
2. डी-टोकनाइजेशन क्या है?
उत्तर: टोकन को वापस वास्तविक कार्ड विवरण में बदलने को डी-टोकनाइजेशन के रूप में जाना जाता है।
3. टोकनाइजेशन का क्या लाभ है?
उत्तर: एक टोकनयुक्त कार्ड लेनदेन को सुरक्षित माना जाता है क्योंकि लेनदेन प्रसंस्करण के दौरान वास्तविक कार्ड विवरण व्यापारी के साथ साझा नहीं किया जाता है।
4. टोकनाइजेशन कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: कार्ड धारक टोकन अनुरोधकर्ता द्वारा प्रदान किए गए ऐप पर एक अनुरोध करके कार्ड को टोकनयुक्त कर सकता है। टोकन अनुरोधकर्ता इस अनुरोध को कार्ड नेटवर्क को अग्रेषित करेगा, जो कार्ड जारीकर्ता की सहमति से, कार्ड, टोकन अनुरोधकर्ता और उपकरण के संयोजन के अनुरूप टोकन जारी करेगा।
5. इस सेवा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को क्या शुल्क देना होगा?
उत्तर: इस सेवा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को कोई शुल्क नहीं देना होगा।
6. उपयोग के मामले (उदाहरण / परिदृश्य) क्या हैं जिनके लिए टोकनाइजेशन की अनुमति दी गई है?
उत्तर: उपभोक्ता उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, डेस्कटॉप, पहनने योग्य (कलाई घड़ियां, बैंड, आदि), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरणों आदि पर सभी उपयोग के मामलों / चैनलों (जैसे, संपर्क रहित कार्ड लेनदेन, क्यूआर कोड, ऐप आदि के माध्यम से भुगतान) के लिए टोकनाइजेशन की अनुमति दी गई है।
7. क्या टोकनाइजेशन स्मार्ट वॉच या ऐसे अन्य उपकरणों के माध्यम से सक्षम किया जा सकता है?
उत्तर: टोकननाइजेशन की सुविधा उपभोक्ता उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, डेस्कटॉप, पहनने योग्य (कलाई घड़ी, बैंड, आदि), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरणों आदि पर उपलब्ध है।
8. टोकनाइजेशन और डी-टोकनाइजेशन कौन कर सकता है?
उत्तर: टोकनकरण और डी-टोकनाइजेशन केवल अधिकृत कार्ड नेटवर्क या कार्ड जारीकर्ता द्वारा ही किया जा सकता है। भारत में संचालन के लिए आरबीआई द्वारा अधिकृत कार्ड नेटवर्कों की सूची आरबीआई की वेबसाइट https://www.rbi.org.in/Scripts/PublicationsView.aspx?id=12043 लिंक पर उपलब्ध है।
9. टोकन लेनदेन में पक्ष / हितधारक कौन हैं?
उत्तर: आम तौर पर, एक टोकन कार्ड लेनदेन में, शामिल पक्ष / हितधारक व्यापारी, व्यापारी के अधिग्रहणकर्ता, टोकन सेवा प्रदाता (कार्ड भुगतान नेटवर्क या कार्ड जारीकर्ता), टोकन अनुरोधकर्ता, जारीकर्ता और ग्राहक होते हैं। हालांकि, संकेतित संस्थाओं के अलावा कोई अन्य संस्था भी लेनदेन में भाग ले सकती है।
10. टोकनाइजेशन के बाद क्या ग्राहक के कार्ड का विवरण सुरक्षित है?
उत्तर: वास्तविक कार्ड डेटा, टोकन और अन्य प्रासंगिक विवरण टोकन सेवा प्रदाता (कार्ड भुगतान नेटवर्क या कार्ड जारीकर्ता) द्वारा सुरक्षित ढंग से संग्रहीत किए जाते हैं। टोकन अनुरोधकर्ता प्राथमिक खाता संख्या (पैन), यानी कार्ड नंबर, या कोई अन्य कार्ड विवरण संग्रहीत नहीं कर सकता है। कार्ड नेटवर्कों को सुरक्षा और संरक्षा के लिए, जो कि अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं / विश्व स्तर पर स्वीकृत मानकों के अनुरूप है, टोकन अनुरोधकर्ता को प्रमाणित कराना भी अनिवार्य है।
11. क्या ग्राहक के लिए कार्ड का टोकनाइजेशन अनिवार्य है?
उत्तर: नहीं, ग्राहक यह चुन सकता है कि उसके कार्ड को टोकनाइज किया जाए या नहीं।
12. क्या ग्राहक के पास किसी विशिष्ट उपयोग के मामले में टोकनाइजेशन का चयन करने का विकल्प है?
उत्तर: ग्राहकों के पास किसी विशिष्ट उपयोग के मामले, यानी कॉन्टैक्ट लेस, क्यूआर कोड आधारित, इन-ऐप भुगतान आदि, के लिए अपने कार्ड को रजिस्टर / डी-रजिस्टर करने का विकल्प होता है।
13. टोकनाइजेशन अनुरोध के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया कैसे काम करती है?
उत्तर: टोकनाइजेशन अनुरोध के लिए पंजीकरण केवल अतिरिक्त प्रमाणीकरण कारक (एएफए) के माध्यम से स्पष्ट ग्राहक सहमति के साथ किया जाता है, न कि चेक बॉक्स, रेडियो बटन आदि के एक बलपूर्वक / डिफ़ॉल्ट / स्वचालित चयन के माध्यम से। ग्राहक को उपयोग के मामले का चयन करना और सीमा निर्धारित करने का भी विकल्प दिया जाएगा।
14. क्या ग्राहक टोकेनाइज्ड कार्ड से लेनदेन के लिए स्वयं सीमा निर्धारित/चयन कर सकता है?
उत्तर: ग्राहकों के पास टोकेनाइज्ड कार्ड लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन और दैनिक लेनदेन सीमा निर्धारित और संशोधित करने का विकल्प है।
15. क्या ग्राहक द्वारा टोकनाइजेशन के लिए अनुरोध किए जाने वाले कार्डों की संख्या की कोई सीमा है?
उत्तर: एक ग्राहक कितने भी कार्डों के टोकनाइजेशन के लिए अनुरोध कर सकता है। लेनदेन करने के लिए, ग्राहक टोकन अनुरोधकर्ता ऐप के साथ पंजीकृत किसी भी कार्ड का उपयोग करने के लिए निर्बाध होगा।
16. यदि ग्राहक के पास एक से अधिक कार्ड टोकेनाइज्ड हैं तो क्या ग्राहक यह चुन सकता है कि किस कार्ड का उपयोग किया जाए?
उत्तर: कोई भी लेनदेन करने के लिए, ग्राहक टोकन अनुरोधकर्ता ऐप के साथ पंजीकृत किसी भी कार्ड का उपयोग करने के लिए निर्बाध होगा।
17. क्या उन उपकरणों की संख्या की कोई सीमा है जिन पर कार्ड को टोकनाइज किया जा सकता है?
उत्तर: एक ग्राहक कितने भी उपकरण पर अपने कार्ड के टोकनाइजेशन के लिए अनुरोध कर सकता है।
18. अपने टोकेनाइज्ड कार्ड के साथ किसी भी समस्या के मामले में ग्राहक किससे संपर्क करेगा? वह कहां और कैसे उपकरण के खो जाने की रिपोर्ट कर सकता है?
उत्तर: सभी शिकायतें कार्ड जारीकर्ताओं को की जानी चाहिए। कार्ड जारीकर्ता को यह सुनिश्चित करना है कि "पहचाने गए उपकरण" के नुकसान या किसी अन्य ऐसी घटना की रेपोर्टिंग के लिए ग्राहकों के पास आसान अभिगम हो, जो कि टोकन को अनधिकृत उपयोग के लिए अरक्षित छोड़ दे।
19. क्या कोई कार्ड जारीकर्ता किसी विशिष्ट कार्ड का टोकनाइजेशन करने से मना कर सकता है?
उत्तर: जोखिम धारणा आदि के आधार पर, कार्ड जारीकर्ता यह निर्णय ले सकते हैं कि उनके द्वारा जारी कार्डों को टोकन अनुरोधकर्ता द्वारा पंजीकृत करने की अनुमति दी जाए या नहीं।
20. टोकनाइजेशन पर आरबीआई के निर्देशों के बारे में अधिक जानकारी कहां मिल सकती है?
उत्तर: अधिक जानकारी आरबीआई द्वारा जारी निम्नलिखित परिपत्रों - DPSS.CO.PD No.1463/02.14.003/2018-19 दि. जनवरी 8, 2019, CO.DPSS.POLC.No.S-469/02-14-003/2021-22 दि. अगस्त 25, 2021 तथा CO.DPSS.POLC.No.S-516/02-14-003/2021-22 दि. सितंबर 07, 2021 में पाई जा सकती है।
ये अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा केवल सूचना और सामान्य मार्गदर्शन उद्देश्यों के लिए जारी किए जाते हैं। इसके आधार पर की गई कार्रवाइयों और / या निर्णयों के लिए बैंक को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा। स्पष्टीकरण या व्याख्या के लिए, यदि कोई हो, तो बैंक द्वारा समय-समय पर जारी प्रासंगिक परिपत्रों और अधिसूचनाओं द्वारा निर्देशित हो सकते है।
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