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Date: 02/07/2012
बैंक कारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण के संबंध में मास्टर परि‍पत्र

आरबीआई/2012-13/77
बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 26 /22.01.001/2012-13

2 जुलाई 2012
11 आषाढ़ 1934(शक)

सभी वाणि‍ज्य बैंक
(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)

महोदय

बैंक कारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण के संबंध में मास्टर परि‍पत्र

कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 33/22.01.001/2011-12 देखें जि‍समें 30 जून 2011 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों /दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है । उपर्युक्त मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को शामि‍ल करते हुए यथोचि‍त रूप से अद्यतन कर दि‍या गया है। संशोधि‍त मास्टर परि‍पत्र की प्रति संलग्न है। यह मास्टर परि‍पत्र भारतीय रि‍ज़र्व बैंक की वेबसाइट (http://www.rbi.org.in) पर भी उपलब्ध है।

2. वि‍देशी बैंक इस मास्टर परि‍पत्र के पैरा 24 से मार्गदर्शन प्राप्त करें ।

भवदीया

(सुधा दामोदर)
मुख्य महाप्रबंधक

अनुलग्नक : यथोक्त
 
   भारतीय रिज़र्व बैंक सर्वाधिकार सुरक्षित

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