22 जुलाई 2011
सिक्कों की नई श्रृंखलाएँ जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही पचास पैसे, एक रुपया, दो रुपये, पाँच रुपये और दस रुपये के निम्नलिखित सिक्के परिचालित करेगा।
उपर्युक्त मूल्यवर्ग के सिक्के निम्नलिखित विमाओं, अभिक्ल्प और धातु-संरचना के अनुरुप होंगे, अर्थात् :
मूल्यवर्ग |
आकार और बाह्य व्यास |
सरेशनों की संख्या |
धातु संरचना |
पचास पैसे |
वृत्ताकार 19 मिलीमीटर |
किनारे पर 100 क्रकचन |
फेरिटिक स्टेनलैस स्टील जिसमें -
लोहा - 83 प्रतिशत
क्रोमियम - 17 प्रतिशत |
एक रुपया |
वृत्ताकार 22 मिलीमीटर |
विकर्णत: सम्मुख पाश्वों पर 25 क्रकचन |
फेरिटिक स्टेनलैस स्टील जिसमें -
लोहा - 83 प्रतिशत
क्रोमियम - 17 प्रतिशत |
दो रुपये |
वृत्ताकार 25 मिलीमीटर |
किनारे पर 50 अधिक चौड़े क्रकचन |
फेरिटिक स्टेनलैस स्टील जिसमें -
लोहा - 83 प्रतिशत
क्रोमियम - 17 प्रतिशत |
पांच रुपये |
वृत्ताकार 23 मिलीमीटर |
किनारे पर 100 क्रकचन |
निकल पीतल जिसमें -
तांबा - 75 प्रतिशत
जस्ता - 20 प्रतिशत
निकल - 5 प्रतिशत |
दस रुपये |
वृत्ताकार 27 मिलीमीटर |
एल्युमिनियम कांस्य
तांबा - 92 प्रतिशत
एल्युमिनियम - 6 प्रतिशत
निकल - 2 प्रतिशत |
तांबा-निकल जिसमें -
तांबा - 75 प्रतिशत
निकल - 25 प्रतिशत |
इन सिक्कों का निम्नलिखित अभिकल्प होगा, अर्थात् -
मूल्यवर्ग |
मुखभाग |
पृष्ठ भाग |
पचास पैसे |
सिक्के के मुखभाग पर अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, उसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। |
इस पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "50" भी होगा और बांयी तथा दांयी परिधि पर पुष्प की डिजाइन होगी। अंकित मूल्य के नीचे ऊपरी परिधि पर हिंदी में "पैसे" शब्द और अंग्रेजी में "PAISE" शब्द लिखा होगा। निचली परिधि पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में सिक्का बनाने का वर्ष भी दर्शित किया जाएगा। |
एक रुपया |
सिक्के के मुखभाग पर अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, उसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। |
इस पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "1" भी होगा और बांयी तथा दांयी परिधि पर पुष्प की डिजाइन होगी। ऊपरी परिधि पर रुपये का प्रतीक "`" होगा और निचली परिधि पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में सिक्का बनाने का वर्ष भी दर्शित किया जाएगा। |
दो रुपये |
सिक्के के मुख भाग पर अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, इसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। |
इस पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "2" भी होगा और बांयी तथा दांयी परिधि पर पुष्प की डिजाइन होगी। ऊपरी परिधि पर रुपये का प्रतीक "`" होगा और निचली परिधि पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में सिक्का बनाने का वर्ष भी दर्शित किया जाएगा। |
पांच रुपये |
सिक्के के मुखभाग पर अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, उसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। |
इस पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "5" भी होगा और बांयी तथा दांयी परिधि पर पुष्प की डिजाइन होगी। ऊपरी परिधि पर रुपये का प्रतीक "`" होगा और निचली परिधि पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में सिक्का बनाने का वर्ष भी दर्शित किया जाएगा। |
दस रुपये |
सिक्के के मुखभाग पर अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष होगा, जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी, उसकी बांई परिधि पर हिन्दी में "भारत" शब्द और दायीं परिधि पर अंग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा। निचले हिस्से में अंतर्राष्ट्रीय अंकों में वर्ष अंतर्विष्ट होगा। |
ऊपरी परिधि में, संख्या में 10 बहिर्मुखी अरीय प्रतिमान वृद्धि और संबद्धता चित्रित करते हैं। मध्य में, रुपये का प्रतीक "`" होगा और निचली परिधि पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "10" अंतर्विष्ट होगा। |
यह सिक्के भारतीय सिक्का निर्माण अधिनियम, 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होंगें। इन मूल्यवर्ग के मौजूदा सिक्के वैध मुद्रा के रुप में बने रहेंगे।
अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/120 |