05 सितंबर 2016
डॉ. ऊर्जित आर. पटेल ने भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला
डॉ. ऊर्जित आर. पटेल ने 4 सितंबर 2016 से भारतीय रिज़र्व बैंक के 24वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला। इससे पहले उन्होंने जनवरी 2013 से उप गवर्नर के रूप में कार्य किया था। उन्हें 11 जनवरी 2016 को उनके पद के तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद पुनः उप गवर्नर नियुक्त किया गया था। उप गवर्नर के रूप में उनके कार्यों में डॉ. पटेल ने मौद्रिक नीति ढांचे को संशोधित और सुदृढ़ करने संबंधी विशेषज्ञ समिति की अध्यक्षता की। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने ब्रिक्स देशों के साथ अंतर-सरकारी समझौते और अंतर-केंद्रीय बैंक करार (आईसीबीए) पर हस्ताक्षर करने के लिए सक्रियता से भाग लिया जिससे आकस्मिक आरक्षित निधि व्यवस्था (सीआरए) की स्थापना हुई जो इन देशों के केंद्रीय बैंकों के बीच स्वैप लाइन ढांचा है।
डॉ. पटेल ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भी सेवा की है। वे 1996-1997 के दौरान आईएमएफ से रिज़र्व बैंक में प्रतिनियुक्ति पर थे और उस क्षमता में उन्होंने ऋण बाजार के विकास, बैंकिंग क्षेत्र के सुधारों, पेंशन निधि के सुधारों और विदेशी मुद्रा बाजार के विकास पर सलाह प्रदान की। वे 1998 से 2001 तक वित्त मंत्रालय (आर्थिक कार्य विभाग), भारत सरकार में परामर्शदाता रहे। उन्होंने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में भी कार्य किया है।
डॉ. पटेल ने केंद्रीय और राज्य सरकारों की अनेक उच्च स्तरीय समितियों के साथ कार्य किया है जिनमें प्रत्यक्ष कर पर कार्यदल (केलकर समिति), नागरिक और रक्षा सेवा पेंशन प्रणाली की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समूह, बुनियादी सुविधा पर प्रधान मंत्री का कार्यदल, टेलीकॉम मामलों पर मंत्री समूह, नागरिक उड्डयन सुधारों संबंधी समिति तथा राज्य विद्युत बोर्डों पर विद्युत मंत्रालय का विशेषज्ञ समूह शामिल हैं।
डॉ. पटेल के भारतीय समष्टि आर्थिक मौद्रिक नीति, सार्वजनिक वित्त, भारतीय वित्तीय क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विनियामकीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में अनेक प्रकाशन हैं।
डॉ. पटेल ने येल विश्वविद्यालय से अर्थव्यवस्था में पीएचडी की है और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम.फिल किया है तथा लंदन विश्वविद्यालय से बी.एससी की है।
अल्पना किल्लावाला
प्रधान परामर्शदाता
प्रेस प्रकाशनी: 2016-2017/590
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