7 मार्च 2017
भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड और
पंजाब नेशनल बैंक के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज
भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड और पंजाब नेशनल बैंक के पर्यवेक्षी कॉलेजों की बैठकें मुंबई में 22-24 फरवरी 2017 के दौरान आयोजित की गई। श्री एस.एस. मूंदड़ा, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने इन कॉलेजों की कार्यवाहियों का उद्घाटन किया। उन्नीस समुद्रपारीय बैंकिंग पर्यवेक्षी प्राधिकरणों से 36 पर्यवेक्षकों ने 22 फरवरी 2017 को भारतीय स्टेट बैंक के पर्यवेक्षी कॉलेज में सहभागिता की। दस समुद्रपारीय बैंकिंग पर्यवेक्षी प्राधिकरणों के सोलह पर्यवेक्षक तथा छह प्राधिकरणों से दस पर्यवेक्षकों ने आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड और एक्सिस बैंक लिमिटेड के पर्यवेक्षी कॉलेजों में 23 फरवरी 2017 को भाग लिया। पांच समुद्रपारीय बैंकिंग पर्यवेक्षी प्राधिकरणों से दस पर्यवेक्षकों ने 24 फरवरी 2017 को पंजाब नेशनल बैंक के पर्यवेक्षी कॉलेज में भाग लिया। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) तथा पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के प्रतिनिधियों ने भी भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड और पंजाब नेशनल बैंक के कॉलेजों में भाग लिया क्योंकि इन बैंक के नेतृत्व में वित्तीय समूह भारतीय वित्तीय बाजार के एक से अधिक खंड में परिचालनरत हैं और व्यापक वित्तीय कार्यकलाप करते हैं जैसे वाणिज्यिक बैंकिंग, निवेश बैंकिंग, बीमा, पेंशन निधि प्रबंध आदि।
पर्यवेक्षकों के कॉलेज को किए अपने संबोधन में श्री मूंदड़ा ने भारत में समष्टि आर्थिक स्थिति, भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान पर्यवेक्षी दृष्टिकोण, हाल के समय में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अपनाए गए पर्यवेक्षी उपायों, साइबर सुरक्षा पर बढ़े हुए ध्यानकेंद्रण, आस्ति गुणवत्ता से संबंधित मुद्दों आदि जैसे भारतीय बैंकिंग प्रणाली के अति महत्वपूर्ण मामलों पर सिंहावलोकन दिया। उप गवर्नर ने नोट किया कि पर्यवेक्षी कॉलेज की बैठकों से पर्यवेक्षकों के बीच पारस्परिक विश्वास और संबंध बनाने में सहायता मिलती है।
श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य, अध्यक्ष, भारतीय स्टेट बैंक, श्रीमती चंदा कोच्चर, एमडी और सीईओ, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, श्रीमती शिखा शर्मा, एमडी और सीईओ, एक्सिस बैंक लिमिटेड तथा श्रीमती उषा अनन्तसुब्रमणियन, एमडी और सीईओ, पंजाब नेशनल बैंक ने प्रस्तुतियां दी और अपने-अपने बैंकों पर विभिन्न मेजबान पर्यवेक्षकों के प्रश्नों का उत्तर दिया।
भारतीय रिज़र्व बैंक में पर्यवेक्षी और विनियामकीय गतिविधियां सहभागियों के बीच साझा की गई। सहभागियों ने कॉलेजों में पारस्परिक चिंता के कई मुद्दों पर भी चर्चा की तथा भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड और पंजाब नेशनल बैंक की उपस्थिति और समुद्रपारीय परिचालनों पर अपने दृष्टिकोण साझे किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशों में भारतीय बैंकों के सीमापार परिचालनों के पर्यवेक्षण के भाग के रूप में छह प्रमुख बैंकों (भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड और पंजाब नेशनल बैंक) जिनकी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति काफी अधिक है, के लिए पर्यवेक्षी कॉलेज स्थापित किए हैं। पर्यवेक्षी कॉलेज का मुख्य उद्देश्य पर्यवेक्षकों के बीच सूचना विनिमय और सहयोग बढ़ाना है जिससे कि बैंकिंग समूहों के जोखिम प्रोफाइल के समझ में सुधार हो सके और इस प्रकार अंतरराष्ट्रीय रूप से सक्रिय बैंकों का अधिक प्रभावी पर्यवेक्षण हो सके। कॉलेजों की भौतिक बैठकें प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित की जाती हैं।
अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता
प्रेस प्रकाशनी : 2016-2017/2377 |