6 अगस्त 2020
दिन की समाप्ति पर एलएएफ परिचालन के लिए स्वचालित स्वीप-इन और स्वीप-आउट (एएसआईएसओ) सुविधा प्रारंभ की गई
COVID-19 के कारण होने वाले व्यवधानों के संबंध में मानव संसाधन परिनियोजन का अनुकूलन करने और पात्र एलएएफ / एमएसएफ प्रतिभागियों को अपने दिन की समाप्ति पर नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) शेष के प्रबंधन में अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए, रिज़र्व बैंक ने अपने ई-कुबेर सिस्टम में वैकल्पिक स्वचालित स्वीप-इन और स्वीप-आउट (एएसआईएसओ) सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
2. तदनुसार, बैंक अपने दिन की समाप्ति पर आरबीआई के साथ अपने चालू खाते में शेष राशि (विशिष्ट या कोई सीमा) निर्धारित कर सकेगें। इस पूर्व निर्धारित राशि के आधार पर, सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) और रिवर्स रेपो बोलियां, जैसा भी मामला हो, दिन की समाप्ति पर बिना किसी मैन्युअल हस्तक्षेप से स्वचालित रूप से जनरेट किया जाएगा।
3. चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) और सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) के लिए पात्र प्रतिभागियों के पास 06 अगस्त 2020 से एएसआईएसओ सुविधा का उपयोग करने का विकल्प होगा। यह सुविधा वैकल्पिक है और ई-कुबेर पोर्टल के माध्यम से रिवर्स रेपो और एमएसएफ विंडो में मैन्युअल बोलियां रखने के मौजूदा तंत्र के अतिरिक्त है।
4. विस्तृत दिशानिर्देश अनुबंध में दिए गए हैं।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/151 |