भारिबैं/2014-15/283
शबैंवि.बीपीडी(पीसीबी)परि.सं. 25 /13.05.000/2014-15
अक्तूबर 30, 2014
मुख्य कार्यपालक अधिकारी
सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक
महोदया/ महोदय,
स्वर्ण ऋण – एकमुश्त भुगतान - शहरी सहकारी बैंक
कृपया 26 नवंबर 2007 का परिपत्र सं. शबैंवि.पीसीबी परि.सं.22/13.05.000/2007-08 देखें, जिसके माध्यम से शहरी सहकारी बैंकों को एकमुश्त चुकौती के विकल्प के साथ ` 1.00 लाख तक की राशि के स्वर्ण ऋण देने के लिए अनुमति दी गई थी।
2. शहरी सहकारी बैंकों तथा राष्ट्रीय/ राज्य फेडरेशनों से प्राप्त अभ्यावेदनों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है कि ऋण की मात्रा को निम्न शर्तों के आधार पर ` 1.00 लाख से ` 2.00 लाख के रूप में बढ़ाया जाए।
-
मंजूरी की तारीख से ऋण की अवधि 12 माह से अधिक न हो।
-
इस खाते पर मासिक अंतराल पर ब्याज लगाया जाएगा लेकिन वह मूलधन के साथ भुगतान के लिए देय केवल मंज़ूरी की तारीख से 12 माह के अंत में ही होगा।
-
बैंकों को बकाया राशि एवं ब्याज समेत पर 75% का एलटीवी अनुपात चालू रूप से बनाए रखना होगा, यदि नहीं तो ऋण को अनर्जक आस्ति के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।
-
स्वर्ण का मूल्य निर्धारण 9 मई 2014 के परिपत्र सं.शबैंवि.केंका.बीपीडी.पीसीबी.परि.सं.60/13.05. 000/2013-14 के अनुच्छेद सं 3 में दिए गए अनुदेशों के अनुसार होगी।
भवदीय
(ए के बेरा)
प्रधान मुख्य महाप्रबंधक
|