26 दिसंबर 2022
तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – सितंबर 2022
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, सितंबर 2022’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) नामक अपने पोर्टल (वेब-लिंक https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं यथा व्यवसाय/ गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को शामिल किया जाता है। 90 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं1।
मुख्य बातें:
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बैंक ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) सितंबर 2022 में बढ़कर 18.0 प्रतिशत हो गई, जोकि एक तिमाही पहले 14.0 प्रतिशत और एक वर्ष पहले 5.8 प्रतिशत थी।
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निजी क्षेत्र के बैंकों ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन जारी रखा और सितंबर 2022 में कुल ऋण में अपना हिस्सा एक वर्ष पहले के 37.5 प्रतिशत और पांच वर्ष पहले 29.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 38.4 प्रतिशत कर लिया।
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सितंबर 2022 में व्यक्तिगत ऋण में 21.9 प्रतिशत की वृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दर्ज की गई; यह पिछले एक वर्ष के दौरान कुल वृद्धिशील ऋण का एक तिहाई था।
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औद्योगिक क्षेत्र में ऋण वृद्धि की गति लगातार चौथी तिमाही में जारी रही और सितंबर 2022 में दोहरे अंकों में वृद्धि दर्ज की गई।
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कुल ऋण में व्यक्तिगत ऋणों की हिस्सेदारी सितंबर 2022 में 44.4 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया; व्यक्तिगत ऋणों में महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी 22.6 प्रतिशत रही।
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बैंकों द्वारा कार्यशील पूंजी ऋणों में वार्षिक वृद्धि, जो मार्च 2021 में संकुचन क्षेत्र में थी, उसके बाद क्रमिक रूप से बढ़ी और सितंबर 2022 में 16.5 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) हो गई।
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सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही के दौरान बकाया ऋण पर समग्र भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) में 33 आधार अंकों (बीपीएस) की वृद्धि हुई।
रूपांबरा
निदेशक (संचार)
प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/1439
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