5 सितंबर 2024
एफ़एसडीसी उप-समिति की 31वीं बैठक
वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी-एससी) की उप-समिति की बैठक आज भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई में आयोजित की गई। श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैठक की अध्यक्षता की।
उप-समिति ने प्रमुख वैश्विक और घरेलू समष्टि आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों तथा भारतीय वित्तीय क्षेत्र में अंतर-विनियामक समन्वय से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की। सदस्यों ने वित्तीय स्थिरता के लिए संभावित जोखिमों के बारे में अपने आकलन साझा किए और विभिन्न मुद्दों, जिनका वित्तीय स्थिरता पर प्रभाव पड़ सकता है, पर चर्चा की। उप-समिति ने अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न तकनीकी समूहों की गतिविधियों और राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों (यूटी) में राज्य स्तरीय समन्वय समितियों (एसएलसीसी) के कामकाज की भी समीक्षा की।
एफएसडीसी-एससी ने अंतर-विनियामक समन्वय के माध्यम से वित्तीय क्षेत्र की आघात-सहनीयता में सुधार लाने पर अपना ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया, साथ ही अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली के लिए उभरती चुनौतियों, जिनमें वैश्विक प्रभाव-विस्तार, साइबर खतरे और जलवायु परिवर्तन शामिल हैं, के प्रति सतर्क रहने का भी संकल्प लिया।
बैठक में उप-समिति के सदस्यों, सुश्री माधबी पुरी बुच, अध्यक्ष, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी); श्री देबाशीष पंडा, अध्यक्ष, भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई); डॉ. दीपक मोहंती, अध्यक्ष, पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए); श्री के. राजारमन, अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए), श्री एस. कृष्णन, सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय; श्री संजय मल्होत्रा, सचिव, राजस्व विभाग; सुश्री दीप्ति गौर मुखर्जी,सचिव, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय; श्री नागराजू मद्दिराला, सचिव, वित्तीय सेवाएं विभाग; डॉ. शशांक सक्सेना, सचिव, वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद; भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर - डॉ. माइकल देवब्रत पात्र, श्री एम. राजेश्वर राव, श्री टी. रबी शंकर, श्री स्वामीनाथन जे. और डॉ. ओ. पी.मल्ल, कार्यपालक निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भाग लिया।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1044 |