भारिबैं/2012-2013/289
गैबैंपवि(सूचना)कंपरि.सं: 309/21.01.22/2012-13
08 नवम्बर 2012
सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां/अवशिष्ठ गैर बैंकिंग कंपनियां
महोदय,
प्रमुख सेवा प्रदाताओं का आईपीवी 4 से आईपीवी6 में अंतरण हेतु तत्परता
जैसा कि आपको विदित होगा कि, हालही में अनावरित राष्ट्रीय दूरसंचार नीति (एनटीपी)2012 के अनुसार वर्ष 2015 तक “मांग पर ब्रॉड बैंड” उपलब्ध कराने की सरकार ने परिकल्पना की है, जिसमें देश के सामाजिक आर्थिक विकास हेतु इंटरनेट की भूमिका को उत्प्रेरक के रूप में होने पर जोर दिया गया है तथा आज की सूचना अर्थव्यवस्था में विभिन्न नागरिक केंद्रीत सेवाएं प्रभावी माध्यम के रूप में काम कर सके। चुंकि इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्तमान संस्करण(आईपीवी4) लगभग सभी पतो पर समाप्त हो चुका है, ब्रॉडबैंड क्रांति इंटरनेट के अगले जेनरेशन (आईपीवी6) का प्रयोग करके ही संभव है। राष्ट्रीय दूरसंचार नीति -2012 द्वारा आईपीवी6 की भविष्य की भूमिका की पहचान की गई है तथा इसका लक्ष्य देश में आईपीवी6 पर पर्याप्त अंतरण को प्राप्त करना है।
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत दूरसंचार विभाग द्वारा आईपीवी4 से आईपीवी 6 में अंतरण के कार्य को प्रारंभ किया गया है।
चुंकि आईपीवी6 पर अंतरण एक संभावी परिघटना है जिसे स्वीकार करना आवश्यक है, अत: सरकार इसे समय सीमा के बाद करने की अपेक्षा योजनाबद्ध तरीके से पूरा करना चाहती है। उनके द्वारा यह अपेक्षा की गई है कि सभी भुगतान गेटवे, बैंक, वित्तीय संस्थान, बीमा कंपनियां आदि अपने वेबसाइट सहित वरीयत: दिसम्बर 2012 तक आईपीवी6 पर अंतरित हो जाए। आप आईपीवी6 पर अंतरण को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करने के लिए एक विशेष टीम का गठन कर आवश्यक कदम उठायें।
आईपीवी6 के कार्यान्वयन में किसी स्पष्टिकरण/सहायता की आवश्यकता होने पर आप कृपया श्री आर.एम.अग्रवाल, डीडीजे(एनटी), डीओटी (मोबाइल नं: 9868133440) से संपर्क करें जो सभी स्टेकधारकों को संबंधित सहायता प्रदान करने वाली टीम के प्रमुख है।
भवदीया,
(उमा सुब्रमणियम)
प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक |