प्रभावी समाधान के लिए आईबीसी ढांचे का सुदृढ़ीकरण - श्री एम. राजेश्वर राव | 266 kb |
आर्थिक अनुसंधान में नए आयाम - माइकल देवब्रत पात्र | 277 kb |
जलवायु परिवर्तन के जोखिमों को कम करना और संवहनीय वित्त के लिए एक मजबूत ईकोसिस्टम को बढ़ावा देना - श्री एम. राजेश्वर राव | 278 kb |
समावेशी विकास को बढ़ावा देना: अंतिम लक्ष्य तक पहुँचने के लिए साझेदारी को मजबूत करना - श्री स्वामीनाथन जे | 255 kb |
उभरते जोखिमों के मध्य पर्यवेक्षण - श्री स्वामीनाथन जे | 200 kb |
आरबीआई: 90 वर्षों की विरासत, विनियमन और आकांक्षा पर एक दृष्टि - श्री एम. राजेश्वर राव | 260 kb |
एमएसएमई - ऋण देने में विश्वास बढ़ाकर ऋण अंतर को पाटना - श्री स्वामीनाथन जे | 258 kb |
मौद्रिक नीति संचरण - माइकल देवब्रत पात्र | 236 kb |
मुद्रास्फीति और संवृद्धि को संतुलित करना: मौद्रिक नीति का मुख्य सिद्धांत - श्री शक्तिकान्त दास | 278 kb |
परिवर्तन लाने में बोर्ड की भूमिका - श्री स्वामीनाथन जे | 258 kb |
सुदृढ़ निदेशक मंडलों के माध्यम से परिवर्तनकारी अभिशासन - श्री शक्तिकान्त दास | 254 kb |
चुनौतियों से गुज़रते हुए: वित्तीय स्थिरता और भारत - श्री शक्तिकान्त दास | 277 kb |
डिजिटल युग में विकास की नई सीमाओं को छूना - माइकल देवब्रत पात्र | 235 kb |
मैक्रो वीक 2024 में वक्तव्य - श्री शक्तिकान्त दास | 238 kb |
विचलन से अभिसरण की ओर पुनर्संतुलन: भारतीय अनुभव - माइकल देवब्रत पात्र | 327 kb |
मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण का आकलन - माइकल देबव्रत पात्र | 256 kb |
केंद्रीय बैंक और वित्तीय स्थिरता - श्री स्वामीनाथन जे. | 152 kb |
केंद्रीय बैंकिंग चुनौतीपूर्ण स्थिति में (सेंट्रल बैंकिंग एट क्रॉस रोड्स) - श्री शक्तिकान्त दास | 247 kb |
एसएफबी में अभिशासन – धारणीय संवृद्धि और स्थिरता बढ़ावा देना - श्री स्वामीनाथन जे. | 239 kb |
वंचितों तक पहुँचना - बैंकिंग सेवाओं की अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना - श्री स्वामीनाथन जे. | 221 kb |
21वीं सदी में केंद्रीय बैंकिंग: बदलते प्रतिमान - श्री शक्तिकान्त दास | 258 kb |
धारणीय कृषि के लिए वित्तपोषण - श्री स्वामीनाथन जे. | 262 kb |
वैश्विक वित्तीय स्थिरता: जोखिम और अवसर - श्री शक्तिकान्त दास | 300 kb |
आधारभूत संरचना के लिए वित्तपोषण में आने वाली चुनौतियों का प्रबंधन: एनएबीएफआईडी के लिए आगे की राह - श्री एम. राजेश्वर राव | 268 kb |
भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर: कुछ विचार - श्री शक्तिकान्त दास | 261 kb |
भारत की आकांक्षाओं का वित्तपोषण - माइकल देवब्रत पात्र | 290 kb |
वित्तीय परिदृश्य में परिवर्तन: आर्थिक स्थिरता के लिए समुत्थानशीलता का निर्माण - श्री स्वामीनाथन जे. | 249 kb |
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 में संबोधन - श्री शक्तिकान्त दास | 164 kb |
इंडिया@100 के लिए फिनटेक नवोन्मेष: भारत के वित्तीय परिदृश्य के भविष्य को आकार देना - श्री शक्तिकान्त दास | 282 kb |
आरबीआई@90 वैश्विक सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - श्री शक्तिकान्त दास | 275 kb |
स्थानिक से वैश्विक: एमएसएमई के विकास में वित्तीय क्षेत्र की भूमिका - श्री स्वामीनाथन जे. | 186 kb |
जमा बीमा: बदलते समय के साथ तालमेल बनाए रखना - श्री एम राजेश्वर राव | 267 kb |
उभरते प्रौद्योगिकी परिदृश्य में वित्तीय स्थिरता - श्री स्वामीनाथन जे | 258 kb |
जमा बीमाकर्ताओं के लिए उभरती चुनौतियों का समाधान और संकटकालीन तैयारी की मजबूती - माइकल देवब्रत पात्र | 282 kb |
जलवायु परिवर्तन – एक उभरती चुनौती - श्री एम. राजेश्वर राव | 266 kb |
वृद्धि और जोखिम को नियंत्रित करने में आश्वासन कार्यों की भूमिका - श्री एम. राजेश्वर राव | 277 kb |
भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में वर्तमान मुद्दे - श्री शक्तिकान्त दास | 284 kb |
भारत की मौद्रिक नीति की भावी तैयारी - माइकल देवब्रत पात्र | 226 kb |
साझा दृष्टिकोण, साझा जिम्मेदारियाँ: बैंकिंग पर्यवेक्षण में अग्रिम आश्वासन - स्वामीनाथन जे | 219 kb |
उभरते वित्तीय परिदृश्य में सांविधिक लेखा परीक्षकों की भूमिका - एम राजेश्वर राव | 231 kb |
18वें सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - श्री शक्तिकान्त दास | 210 kb |
भविष्य के निर्माण हेतु कमियों को दूर करना: समावेशी विकास में एसएलबीसी की खास भूमिका - स्वामीनाथन जे | 197 kb |
वित्तीय प्रणाली को आघातसहनीय, भविष्य के लिए तैयार और संकट प्रतिरोधी रखना - श्री शक्तिकान्त दास | 229 kb |
भारत में जमा बीमा क्षेत्र में नए आयाम - श्री माइकल देवब्रत पात्र | 224 kb |
अभिशासन के माध्यम से विश्वास का निर्माण: दबावग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण का आधार - एम. राजेश्वर राव | 242 kb |
शीर्ष तंत्र से सही दिशा का निर्धारण - स्वामीनाथन जे. | 234 kb |
शहरी सहकारी बैंकों में आश्वासन कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका - स्वामीनाथन जे | 229 kb |
एनबीएफ़सी क्षेत्र की सतत संवृद्धि के लिए सार्थक आश्वासन कार्य अपनाना - स्वामीनाथन जे | 247 kb |
समृद्धि के मार्ग का निर्धारण : वित्तीय साक्षरता का महत्व - स्वामीनाथन जे | 299 kb |
भारत में वित्तीय बाज़ारों का क्रमिक विकास: भविष्य का परिदृश्य - शक्तिकान्त दास | 310 kb |