उभरते प्रौद्योगिकी परिदृश्य में वित्तीय स्थिरता - श्री स्वामीनाथन जे | 258 kb |
जमा बीमाकर्ताओं के लिए उभरती चुनौतियों का समाधान और संकटकालीन तैयारी की मजबूती - माइकल देवब्रत पात्र | 282 kb |
जलवायु परिवर्तन – एक उभरती चुनौती - श्री एम. राजेश्वर राव | 266 kb |
वृद्धि और जोखिम को नियंत्रित करने में आश्वासन कार्यों की भूमिका - श्री एम. राजेश्वर राव | 277 kb |
भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में वर्तमान मुद्दे - श्री शक्तिकान्त दास | 284 kb |
भारत की मौद्रिक नीति की भावी तैयारी - माइकल देवब्रत पात्र | 226 kb |
साझा दृष्टिकोण, साझा जिम्मेदारियाँ: बैंकिंग पर्यवेक्षण में अग्रिम आश्वासन - स्वामीनाथन जे | 219 kb |
उभरते वित्तीय परिदृश्य में सांविधिक लेखा परीक्षकों की भूमिका - एम राजेश्वर राव | 231 kb |
18वें सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - श्री शक्तिकान्त दास | 210 kb |
भविष्य के निर्माण हेतु कमियों को दूर करना: समावेशी विकास में एसएलबीसी की खास भूमिका - स्वामीनाथन जे | 197 kb |
वित्तीय प्रणाली को आघातसहनीय, भविष्य के लिए तैयार और संकट प्रतिरोधी रखना - श्री शक्तिकान्त दास | 229 kb |
भारत में जमा बीमा क्षेत्र में नए आयाम - श्री माइकल देवब्रत पात्र | 224 kb |
अभिशासन के माध्यम से विश्वास का निर्माण: दबावग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण का आधार - एम. राजेश्वर राव | 242 kb |
शीर्ष तंत्र से सही दिशा का निर्धारण - स्वामीनाथन जे. | 234 kb |
शहरी सहकारी बैंकों में आश्वासन कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका - स्वामीनाथन जे | 229 kb |
एनबीएफ़सी क्षेत्र की सतत संवृद्धि के लिए सार्थक आश्वासन कार्य अपनाना - स्वामीनाथन जे | 247 kb |
समृद्धि के मार्ग का निर्धारण : वित्तीय साक्षरता का महत्व - स्वामीनाथन जे | 299 kb |
भारत में वित्तीय बाज़ारों का क्रमिक विकास: भविष्य का परिदृश्य - शक्तिकान्त दास | 310 kb |
वर्ष 2024 में विनियामक अंतर्दृष्टि - एम. राजेश्वर राव | 278 kb |
RBI@90 स्मृति समारोह में स्वागत भाषण - शक्तिकान्त दास | 174 kb |
भारतीय अर्थव्यवस्था: अवसर और चुनौतियां - माइकल देवब्रत पात्र | 282 kb |
सुरक्षित बैंकिंग पद्धतियां – युवाओं की सुरक्षा - स्वामीनाथन जे. | 208 kb |
आरबीआई लोकपाल वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर उद्घाटन भाषण - शक्तिकान्त दास | 285 kb |
डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह समारोह के अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर द्वारा संबोधन - शक्तिकान्त दास | 216 kb |
विश्वसनीय संचार – परिप्रेक्ष्य और विचार - एम. राजेश्वर राव | 268 kb |
एक अशांत विश्व में एसईएसीईएन की प्रासंगिकता - माइकल देवब्रत पात्र | 299 kb |
वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौलिक बदलाव : नई जटिलताएँ, चुनौतियाँ और नीति विकल्प - शक्तिकान्त दास | 322 kb |
आभासी बैंक, अब और नहीं - एम. राजेश्वर राव | 336 kb |
शहरी सहकारी बैंकों के निदेशकों की भूमिका और अपेक्षाएँ : क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी उन्नयन के साथ अभिशासन और व्यावसायिकता को बनाए रखना - स्वामीनाथन जे. | 308 kb |
केंद्रीय बैंकों में डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग : अवसर और चुनौतियाँ - माइकल देवब्रत पात्र | 329 kb |
ग्राहक केंद्रित वित्तीय उत्कृष्टता सुनिश्चित करने में आंतरिक लोकपाल की महत्वपूर्ण भूमिका - 16 जनवरी 2024 को मुंबई में आयोजित आंतरिक लोकपाल सम्मेलन में श्री स्वामीनाथन जे, उप गवर्नर महोदय का उद्बोधन | 739 kb |
दबावग्रस्त आस्तियों का समाधान और आईबीसी - भविष्य की राह - स्वामीनाथन जे. | 318 kb |
वित्तीय स्थिरता की सुरक्षा : आश्वासन संबंधी कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका - स्वामीनाथन जे. | 313 kb |
संकट से आत्मविश्वास तक भारत की यात्रा - शक्तिकान्त दास | 344 kb |
भारतीय बैंकिंग प्रणाली का कायापलट - शक्तिकान्त दास | 368 kb |
दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता - पूर्ण क्षमता प्राप्त करने की दिशा में - शक्तिकान्त दास | 342 kb |
बैंकिंग में नवाचार – प्रौद्योगिकी और एआई के लिए उभरती भूमिका - एम. राजेश्वर राव | 424 kb |
वैश्विक अनिश्चितता के बीच सुदृढ़ विश्वसनीय भारत (ब्रांड इंडिया) का निर्माण - स्वामीनाथन जे. | 329 kb |
वित्तीय क्षेत्र के बदलते प्रतिमान - एम. राजेश्वर राव | 332 kb |
अनिश्चित समय में जीत: भारतीय अनुभव - शक्तिकान्त दास | 341 kb |
उभरता भारत: स्थिरता और अवसरों की भूमि - शक्तिकान्त दास | 322 kb |
हरित एवं स्वच्छ भारत की ओर - माइकल देवब्रत पात्र | 361 kb |
विनियमन की चुनौतियां – कुछ विचार - एम राजेश्वर राव | 313 kb |
धारणीय वित्त और वित्तीय समावेशन के माध्यम से आर्थिक संवृद्धि को प्रोत्साहन - स्वामीनाथन जे | 324 kb |
मूल्य और वित्तीय स्थिरता: पूरकता और संतुलन प्रबंधन - शक्तिकान्त दास | 325 kb |
ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण- ग्राहक सेवा में उत्कृष्टता लाना - स्वामीनाथन जे | 342 kb |
भारत का वित्तीय क्षेत्र – भावनिकता से समुत्थानशीलता की ओर - माइकल देवब्रत पात्र | 887 kb |
ऋण मध्यस्थता – क्या विनियमन बाजार के साथ समझौता कर सकते हैं? - एम. राजेश्वर राव | 395 kb |
फिनटेक और बदलते वित्तीय परिदृश्य - शक्तिकान्त दास | 337 kb |
फिनटेक नवाचार और विनियमन के लिए दृष्टिकोण - टी रबी शंकर | 296 kb |