9 अगस्त 2018
वर्ष 2017-18 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्यनिष्पादन
आज, रिज़र्व बैंक ने 3096 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनफ) कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों से प्राप्त वर्ष 2017-18 के दौरान निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र के कार्यनिष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी किए। वर्ष 2016-17 से संबंधित आंकड़े भी तुलना करने के लिए सारणियों में प्रस्तुत किए गए हैं। इन आंकड़ों को https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=statistics#!2_42 पर प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्य-मुख्य बातें
बिक्री
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पिछली तिमाही की तरह वर्ष 2017-18 में विनिर्माण क्षेत्र में बिक्री वृद्धि में काफी अधिक सुधार हुआ जिसमें अग्रणी भूमिका लोहा और इस्पात, मोटर वाहन तथा अन्य परिवहन उपस्कर, पेट्रोलियम उत्पाद तथा सीमेंट और सीमेंट उत्पाद की रही।
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सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की बिक्री वृद्धि में नरमी देखी गई।
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सेवा क्षेत्र (गैर-आईटी) की कंपनियों की बिक्री ने मुख्य रूप से थोक और खुदरा व्यापार कंपनियों के कार्यनिष्पादन में हुए सुधार के कारण पुनरुद्धार के कुछ संकेत दर्शाए।
व्यय
परिचालन लाभ
ब्याज
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विनिर्माण क्षेत्र में तीन प्रमुख उद्योगों-पेट्रोलियम उत्पादों, मोटर वाहनों, सीमेंट और सीमेंट उत्पादों की ब्याज व्यय वृद्धि में तेजी आई। शेष उद्योगों के लिए, ब्याज व्यय में ऋण स्तरों में समग्र कमी के अनुसार गिरावट हुई।
निवल लाभ
मूल्यनिर्धारण क्षमता
सारणियों की सूची
सारणी सं. |
शीर्षक |
1 |
क |
सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन |
वृद्धि दर |
ख |
चयनित अनुपात |
2 |
क |
सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन – क्षेत्र-वार |
वृद्धि दर |
ख |
चयनित अनुपात |
3 |
क |
चुकता पूंजी के आकार के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन |
वृद्धि दर |
ख |
चयनित अनुपात |
4 |
क |
बिक्री के आकार के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन |
वृद्धि दर |
ख |
चयनित अनुपात |
5 |
क |
उद्योग के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन |
वृद्धि दर |
ख |
चयनित अनुपात |
व्याख्यात्मक टिप्पणियां |
शब्दावली |
टिप्पणियां:
- कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय अधिदेशानुसार सूचीबद्ध कंपनियां जिनकी कुल संपत्ति ₹ 5 बिलियन से अधिक है, को 2016-17 की पहली तिमाही से नए लेखा मानक 'इंड-एएस' अपनाना होगा और बाकी सूचीबद्ध कंपनियां को भी इसे 2017-18 की पहली तिमाही तक अपनाना होगा। विकास दर के संदर्भ में कुल स्तर पर परिवर्तनकाल का प्रभाव नियंत्रित दिखाई देता है, हालांकि, इसे अनुपात के लिए नहीं पकड़ा जा सकता है।
- आंकड़ों संकलन के लिए अपनाई गयी संक्षिप्त कार्यप्रणाली और शब्दकोष (संशोधित परिभाषाओं और गणनाएं जो कि पिछले रिलीज से अलग होते हैं, को शामिल करते हुए) को ‘स्पष्टीकरण टिप्पणी’ में समाहित करते हुए अंत में दिया गया है।
अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता
प्रेस प्रकाशनी : 2018-2019/356 |