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प्रेस प्रकाशनी

वर्ष 2019-2020 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्यनिष्पादन

21 सितंबर 2020

वर्ष 2019-2020 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्यनिष्पादन

आज, रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2019-20 के दौरान निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र के कार्यनिष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी किए जो 3,0641 सूचीबद्ध गैर -सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों (एनजीएनएफ) के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों से लिए गए हैं। वर्ष 2018-19 के आंकड़े भी तुलना करने के लिए सारणियों में प्रस्तुत किए गए हैं। इन आंकड़ों को https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=statistics#!2_42 पर प्राप्त किया जा सकता है।

मुख्य-मुख्य बातें

बिक्री

  • वर्ष 2019-20 के दौरान विनिर्माण कंपनियों की बिक्री में पिछले वर्ष के 14.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 7.4 प्रतिशत की गिरावट आई है; बिक्री में लक्षित यह संकुचन सभी उद्योगों में व्याप्त पाया गया (सारणी 2क और सारणी 5क)।

  • 2019-20 के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र और गैर-आइटी क्षेत्र में सेवा क्षेत्र की कंपनियों की बिक्री में हुई वृद्धि क्रमशः 8.4 प्रतिशत और 6.9 प्रतिशत रही, जो उनके पिछले वर्ष की वृद्धि से कम थी (सारणी 2क) ; तथापि दूरसंचार तथा अस्पताल क्षेत्र में उच्च बिक्री वृद्धि देखी गई (सारणी 2क और सारणी 5क)।

व्यय

  • उत्पादन से जुड़े कार्य-कलापों में मंदी के परिणामस्वरूप वर्ष के दौरान विनिर्माण कंपनियों द्वारा कच्चे माल पर कम व्यय किया (सारणी 2क)।

  • सेवा क्षेत्र की कंपनियों (आइटी और गैर-आइटी) के लिए स्टाफ लागत में वृद्धि में मज़बूती बनी रही लेकिन विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों के लिए इसमें गिरावट देखी गई (सारणी 2क)।

ब्याज

  • सेवा क्षेत्र की कंपनियों (आइटी और गैर-आइटी) के ब्याज व्ययों में 2019-20 के दौरान अत्यधिक वृद्धि रही क्योंकि लेखांकन मानदंडों2 के अनुसार इस लेखा शीर्ष के अंतर्गत लीज भुगतान दायित्वों को सम्मिलित किया जाना अनिवार्य कर दिया गया था (सारणी 2 क)।

  • विनिर्माण कंपनियों का ब्याज कवरेज अनुपात (आइसीआर)3 पिछले वर्ष के 5.4 से घटकर 2019-20 में 4.3 पर था; जो आइटी कंपनियों के लिए अत्यधिक उच्च बना रहा लेकिन गैर-आइटी सेवा कंपनियों के लिए यह फिसलकर यूनिटी स्तर से भी कम हो गया (सारणी 2ख)।

लाभ

  • सुस्त मांग की स्थितियों के कारण 2019-20 में विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों के निवल लाभ में पिछले वर्ष के 42.2 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 11.0 प्रतिशत की गिरावट दर्ज़ हुई और सेवा क्षेत्र (गैर-आइटी) कंपनियों के निवल लाभ में संकुचन बना रहा; तथापि आइटी कंपनियों के निवल लाभ में वृद्धि हुई (सारणी 2क)।

सारणियों की सूची
सारणी सं. शीर्षक
1 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन वृद्धि दर
चयनित अनुपात
2 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन – क्षेत्र-वार वृद्धि दर
चयनित अनुपात
3 चुकता पूंजी के आकार के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन वृद्धि दर
चयनित अनुपात
4 बिक्री के आकार के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन वृद्धि दर
चयनित अनुपात
5 उद्योग के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन वृद्धि दर
चयनित अनुपात
व्याख्यात्मक टिप्पणियां
शब्दावली

टिप्पणी:

  • डेटा के संकलन के लिए कार्यप्रणाली वाले व्याख्यात्मक नोट, और शब्दावली (पुनरीक्षित परिभाषाएँ और गणनाएं जो पिछले रिलीज़ से अलग हैं) अंत में दी गई हैं।

अजीत प्रसाद
निदेशक  

प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/363


1 कोविड-19 महामारी के कारण, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा सूचीबद्ध कंपनियों के लिए वर्ष 2019-20 के वित्त परिणामों को प्रस्तुत करने की समय-सीमा को बढ़ाकर 31 जुलाई, 2020 कर दिया गया।

2 1 अप्रैल, 2019 से प्रभावी भारतीय लेखा मानक (इंड ए.एस.) 116 के अनुसार।

3 आईसीआर (अर्थात्, ब्याज व्ययों के ब्याज और कर से पहले के लाभ का अनुपात) एक कंपनी की ऋण सेवा क्षमता का माप है। एक व्यवहार्य आईसीआर के लिए न्यूनतम मूल्य 1 है।


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