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प्रेस प्रकाशनी

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तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – मार्च 2022

27 जून 2022

तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – मार्च 2022

आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, मार्च 2022’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, अपने भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को शामिल किया जाता है। 89 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं1

मुख्य बातें:

  • बैंक ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष), जो मार्च 2021 में 5.1 प्रतिशत थी, वर्ष 2021-22 की क्रमिक तिमाहियों में बढ़कर मार्च 2022 तक दोहरे अंकों में पहुंच गई।

  • महिला उधारकर्ताओं, जिनकी व्यक्तियों को बैंक ऋण में 22.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, को ऋण में वर्ष 2021-22 के दौरान 13.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

  • महानगरीय शाखाओं ने ऋण विस्तार का नेतृत्व किया और वर्ष 2021-22 के दौरान वृद्धिशील ऋण का 54.5 प्रतिशत रहा; ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी बैंक शाखाओं द्वारा ऋण में भी दोहरे अंकों की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।

  • व्यक्तिगत ऋण खंड ने अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा और मार्च 2022 में कुल ऋण में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 27.7 प्रतिशत हो गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 26.3 प्रतिशत और पांच वर्ष पहले 19.9 प्रतिशत थी।

  • औद्योगिक क्षेत्र में ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) मार्च 2022 में बढ़कर 4.8 प्रतिशत हो गई, जबकि पिछली तिमाही में यह 2.0 प्रतिशत थी और इससे पहले लगातार आठ तिमाहियों में नकारात्मक संवृद्धि थी।

  • कार्यशील पूंजी ऋणों में संवृद्धि वर्ष 2021-22 की क्रमिक तिमाहियों में बढ़कर मार्च 2022 में 7.1 प्रतिशत तक पहुंच गई।

  • निजी कॉरपोरेट क्षेत्र द्वारा ऋण उठाव में तेजी आई और मार्च 2022 में पिछली तिमाही के 1.2 प्रतिशत की तुलना में 5.0 प्रतिशत की संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दर्ज की गई।

  • घरेलू क्षेत्र2 को ऋण मजबूत रहा और मार्च 2022 में कुल ऋण में इसकी हिस्सेदारी 53.8 प्रतिशत थी।

  • बकाया ऋण पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) में वर्ष 2021-22 के दौरान 42 आधार अंक (बीपीएस) और मार्च 2022 को समाप्त तिमाही के दौरान 24 आधार अंकों की गिरावट आई है।

रूपांबरा    
निदेशक (संचार)

प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/427


1 मार्च 2022 के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए रिटर्न (आरबीआई अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत संकलित) पर आधारित सकल डेटा का प्रकाशन पहले हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> जारी आंकड़े>पाक्षिक-भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण) पर किया गया था और मार्च 2022 के एससीबी के जमा और ऋण पर अलग-अलग सांख्यिकी पहले भी (होम> सांख्यिकी> जारी आंकड़े> तिमाही> एससीबी के जमा और ऋण संबंधी तिमाही सांख्यिकी) पर जारी किए गए थे।

2 घरेलू क्षेत्र में व्यक्तिगत, मालिकाना संस्थाओं, हिन्दू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ़) और भागीदारी फर्मों सहित अन्य शामिल हैं।


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