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प्रेस प्रकाशनी

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तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – जून 2022

23 सितंबर 2022

तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – जून 2022

आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, जून 2022’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, अपने भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को शामिल किया जाता है। 89 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं1

मुख्य बातें:

  • बैंक ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) ऊर्ध्वगामी संवृद्धि पथ पर जारी रही और जून 2022 में 14.0 प्रतिशत पर रही, जबकि एक तिमाही पहले यह 10.7 प्रतिशत थी और एक वर्ष पहले यह 5.8 प्रतिशत थी।

  • व्यक्तिगत ऋण खंड ने ऋण विस्तार जारी रखा और जून 2022 में 20.8 प्रतिशत की संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दर्ज की गई।

  • उद्योग के लिए बैंक ऋण ने गति पकड़ी और इसकी वर्ष-दर-वर्ष संवृद्धि जून 2022 में बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई, जो एक तिमाही पहले 4.8 प्रतिशत थी; कार्यशील पूंजी और सावधि ऋण भी दो अंकों की संवृद्धि पथ पर पहुँच गए।

  • कुल ऋण में व्यक्तियों की हिस्सेदारी जून 2022 में बढ़कर 44.1 प्रतिशत हो गई, जो पिछली तिमाही में 43.7 प्रतिशत थी; महिला उधारकर्ताओं के लिए ऋण संवृद्धि ने पुरुष ग्राहकों द्वारा लिए गए ऋण संवृद्धि को पीछे छोड़ दिया।

  • निजी क्षेत्र के बैंकों ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की तुलना में उच्च ऋण संवृद्धि दर्ज करना जारी रखा। कुल ऋण में निजी क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी जून 2022 में बढ़कर 38.0 प्रतिशत हो गई, जो जून 2020 में 35.3 प्रतिशत और जून 2015 में 22.2 प्रतिशत थी; पिछले एक वर्ष (जून 2021 की तुलना में जून 2022) के दौरान वृद्धिशील ऋण में उनका योगदान 47.8 प्रतिशत था।

  • जून 2022 में सभी क्षेत्रों और जनसंख्या समूहों ने दोहरे अंकों में ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष)दर्जकी।
  • लगातार दस तिमाहियों में गिरावट के बाद, बकाया ऋण पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) में वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान 21 आधार अंकों (बीपीएस) की वृद्धि हुई: वृद्धि व्यक्तिगत ऋण (31 बीपीएस) और वित्त (36 बीपीएस) के लिए मजबूत थी।

रूपांबरा    
निदेशक (संचार)

प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/925


1 जून 2022 के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए रिटर्न (आरबीआई अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत संकलित) पर आधारित सकल डेटा का प्रकाशन पहले हमारी वेबसाइट (होम>सांख्यिकी>जारी आंकड़े>पाक्षिक-भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण) पर किया गया था और जून 2022 के एससीबी के जमा और ऋण पर अलग-अलग सांख्यिकी पहले भी (होम>सांख्यिकी>जारी आंकड़े>तिमाही>एससीबी के जमा और ऋण संबंधी तिमाही सांख्यिकी) पर जारी किए गए थे।


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