28 मार्च 2023
तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – दिसंबर 2022
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, दिसंबर 2022’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) नामक अपने पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/ गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को शामिल किया जाता है। 90 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं1।
मुख्य बातें:
-
बैंक ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दिसंबर 2022 में 16.8 प्रतिशत रही (एक वर्ष पहले 8.1 प्रतिशत); सभी जनसंख्या समूहों (ग्रामीण, अर्ध-शहरी, शहरी और महानगरीय) में दोहरे अंकों में ऋण संवृद्धि दर्ज की गई।
-
व्यक्तिगत ऋण ने ऋण विस्तार में मुख्य भूमिका निभाई और कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान वृद्धिशील ऋण का एक तिहाई से अधिक रहा।
-
औद्योगिक क्षेत्र में ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) एक तिमाही पहले के 12.3 प्रतिशत से घटकर दिसंबर 2022 में 9.2 प्रतिशत हो गई।
-
कार्यशील पूंजी ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़कर दिसंबर 2022 में 16.6 प्रतिशत (एक वर्ष पहले 5.1 प्रतिशत) हो गई।
-
दिसंबर 2022 में व्यक्तियों को कुल ऋण में महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी 22.7 प्रतिशत रही।
-
निजी क्षेत्र के बैंक ऋण संवृद्धि में सार्वजनिक क्षेत्र के समकक्षों से आगे रहे और उनकी दिसंबर 2022 में कुल ऋण में 38.4 प्रतिशत हिस्सेदारी (एक वर्ष पहले 37.7 प्रतिशत और पांच वर्ष पहले 30.0 प्रतिशत) रही।
-
बकाया ऋण पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अक्तूबर-दिसंबर 2022 के दौरान 37 आधार अंकों (बीपीएस) और जनवरी-दिसंबर 2022 के दौरान 67 बीपीएस बढ़कर दिसंबर 2022 में 9.81 प्रतिशत हो गई।
अजीत प्रसाद
निदेशक (संचार)
प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/1929
|