1 दिसंबर 2023
तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – सितंबर 2023
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, सितंबर 2023’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल1 (वेब-लिंक: https://dbieold.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=BsrPublications#!12) पर जारी किया। खाता-स्तरीय जानकारी के आधार पर, यह बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं, यथा, उधारकर्ता का व्यवसाय/ गतिविधि और संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को प्रस्तुत करता है2। 90 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं3।
मुख्य बातें:
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सितंबर 2023 में बैंक ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) घटकर विलय के बाद 15.7 प्रतिशत (विलय के प्रभाव सहित 19.8 प्रतिशत) हो गई, जो एक वर्ष पहले 18.0 प्रतिशत थी; तथापि, बैंकों की ग्रामीण और अर्ध-शहरी शाखाओं ने त्वरित ऋण संवृद्धि दर्ज की।
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उद्योग को दिया गया ऋण कुल बैंक ऋण का लगभग एक चौथाई था; सितंबर 2023 में इसमें 8.6 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि हुई (एक वर्ष पहले 12.3 प्रतिशत); पिछली छह तिमाहियों से कार्यशील पूंजी ऋण संवृद्धि दोहरे अंक में बनी हुई है।
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निजी कॉरपोरेट क्षेत्र को बैंक ऋण देने में मजबूत संवृद्धि दर्ज की गई और सितंबर 2023 में यह बढ़कर 14.9 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) हो गई, जो एक तिमाही पहले 11.5 प्रतिशत और एक वर्ष पहले 14.7 प्रतिशत थी।
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बैंक ऋण में व्यक्तिगत ऋण की हिस्सेदारी पांच वर्ष पहले के 22 प्रतिशत से बढ़कर उत्तरोत्तर 30 प्रतिशत से अधिक हो गई।
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कुल बैंक ऋण के साथ-साथ व्यक्तियों को दिए गए ऋण में महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी हाल की अवधि में बढ़ी है।
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सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की तुलना में निजी क्षेत्र के बैंकों ने मजबूत ऋण संवृद्धि दर्ज करना जारी रखा।
अजीत प्रसाद
निदेशक (संचार)
प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1400
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