1 दिसंबर 2023
तिमाही बीएसआर-2: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि1 – सितंबर 20232
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि– सितंबर 2023’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल3 (वेब-लिंक: https://dbieold.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=BsrPublications#!21) पर जारी किया।
तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-2 सर्वेक्षण में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) {क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर}, जमा के प्रकार (चालू, बचत और मियादी), इसके संस्थागत क्षेत्र-वार स्वामित्व, व्यक्तियों से संबंधित जमाराशियों के आयु-वार वितरण, मियादी जमाराशियों की परिपक्वता पैटर्न के साथ-साथ कर्मचारियों की संख्या पर शाखा-वार आंकड़े रिज़र्व बैंक को प्रस्तुत करते हैं। ये आंकड़े अलग-अलग स्तर (अर्थात्, जमाराशियों का प्रकार, जनसंख्या समूह, बैंक समूह, राज्य, जिले, केंद्र, ब्याज दर सीमा, आकार, मूल के साथ-साथ अवशिष्ट परिपक्वता) पर जारी किए जाते हैं।
मुख्य बातें:
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बढ़ती ब्याज दरों के कारण उच्च प्रतिफल वाली जमाराशियों की ओर रुझान बढ़ा: 6 प्रतिशत से कम ब्याज दर वाली मियादी जमाराशियों की हिस्सेदारी मार्च 2022 में 85.7 प्रतिशत से घटकर मार्च 2023 में 38.7 प्रतिशत और सितंबर 2023 में 16.7 प्रतिशत हो गई। इसके अनुरूप, 6 से 8 प्रतिशत ब्याज दर वाली मियादी जमाराशियों की हिस्सेदारी मार्च 2022 में 12.5 प्रतिशत से बढ़कर 57.8 प्रतिशत और सितंबर 2023 में 78.6 प्रतिशत हो गई।
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उच्च प्रतिलाभ के कारण मियादी जमाराशि संग्रहण चालू और बचत जमाराशि की तुलना में अधिक हो गया: 2022-23 की दूसरी तिमाही के दौरान वृद्धिशील जमाराशियों में मियादी जमाराशियों की हिस्सेदारी 89 प्रतिशत से अधिक थी। परिणामस्वरूप, कुल जमाराशियों में मियादी जमाराशियों की हिस्सेदारी मार्च 2023 में 57 प्रतिशत (मार्च 2022 में 55 प्रतिशत) से बढ़कर सितंबर 2023 में लगभग 60 प्रतिशत हो गई।
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वृद्धिशील आधार पर, हालिया तिमाही के दौरान '1 वर्ष से 3 वर्ष से कम' की मूल परिपक्वता अवधि के अंतर्गत मियादी जमाराशियों का 71.3 प्रतिशत उपचित हुआ।
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जमाराशि जुटाने में निजी क्षेत्र के बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से आगे रहे।
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सितंबर 2023 में लगभग 44 प्रतिशत मियादी जमाराशियों का आकार ₹1 करोड़ और उससे अधिक था; वृद्धिशील आधार पर, 2023-24 की पहली छमाही के दौरान मियादी जमाराशियों के आधे से अधिक की हिस्सेदारी उनकी थी।
अजीत प्रसाद
निदेशक (संचार)
प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1401
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