3 जुलाई 2024
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और
सीईओ के साथ बैठक की
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने 3 जुलाई 2024 को मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और चुनिंदा निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ के साथ बैठक की। यह बैठक रिज़र्व बैंक की अपनी विनियमित संस्थाओं के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ निरंतर संवाद का हिस्सा है। इस बैठक में उप गवर्नर श्री एम. राजेश्वर राव और श्री स्वामीनाथन जे. के साथ-साथ विनियमन और पर्यवेक्षण कार्यों के प्रभारी कार्यपालक निदेशक भी शामिल हुए। ऐसी पिछली बैठक 14 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी।
गवर्नर ने अपने आरंभिक भाषण में बैंकों की आस्ति गुणवत्ता, ऋण प्रावधानीकरण, पूंजी पर्याप्तता और लाभप्रदता में निरंतर सुधार का उल्लेख किया। बैंकिंग क्षेत्र की उच्च आघात-सहनीयता और क्षमता को स्वीकार करते हुए, उन्होंने बैंकों में अभिशासन मानकों, जोखिम प्रबंधन पद्धतियों और अनुपालन संस्कृति को और सुदृढ़ करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बैंकों को मजबूत साइबर सुरक्षा नियंत्रण सुनिश्चित करने और तीसरे पक्ष के जोखिमों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने बैंकों से ‘म्यूल अकाउंट्स’ के विरुद्ध प्रयासों को और बढ़ाने तथा डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने के लिए अन्य उपायों के साथ-साथ ग्राहक जागरूकता और शिक्षण पहल को तेज करने का आग्रह किया।
बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
1. ऋण और जमा संवृद्धि के बीच सतत अंतर;
2. चलनिधि संबंधी जोखिम प्रबंधन और एएलएम से संबंधित मुद्दे;
3. असुरक्षित खुदरा ऋण में रुझान;
4. साइबर सुरक्षा, तीसरे पक्ष के जोखिम और डिजिटल धोखाधड़ी;
5. आश्वासन कार्यों को मजबूत करना;
6. एमएसएमई को प्रदत्त ऋण प्रवाह;
7. सीमापारीय लेनदेन के लिए भारतीय रुपये का उपयोग बढ़ाना;
8. रिज़र्व बैंक की नवाचार पहलों में बैंकों की सहभागिता।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/624 |