3 अक्तूबर 2024
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 06/2024: भारत में फलों की मूल्य गतिकी और मूल्य शृंखला - अंगूर,
केला और आम का एक अध्ययन
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला1 के अंतर्गत “भारत में फलों की मूल्य गतिकी और मूल्य शृंखला - अंगूर, केला और आम का एक अध्ययन” शीर्षक से एक वर्किंग पेपर जारी किया। इस पेपर का सह-लेखन राया दास, रंजना रॉय, संचित गुप्ता, संजीब बोरदोलोई, ऋषभ कुमार, रंजीत मोहन और अशोक गुलाटी द्वारा किया गया है।
यह पेपर प्राथमिक सर्वेक्षण-आधारित सूचना और द्वितीयक डेटा के आधार पर मासिक तुलन-पत्र दृष्टिकोण के बाद भारत में चुनिंदा फलों - अंगूर, केला और आम - की मूल्य गतिकी का विश्लेषण करता है। पेपर मूल्य शृंखलाओं का भी आकलन करता है और चयनित फलों के अंतिम उपभोक्ता मूल्य में किसानों की हिस्सेदारी का अनुमान लगाता है।
इस पेपर के प्रमुख निष्कर्ष इस प्रकार हैं:
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घरेलू मूल्य शृंखला में उपभोक्ता रुपए में किसानों की हिस्सेदारी केले के लिए लगभग 31 प्रतिशत, अंगूर के लिए 35 प्रतिशत और आम के लिए 43 प्रतिशत होने का अनुमान है।
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ऑटोरिग्रैसिव डिस्ट्रिब्यूटेड लैग (एआरडीएल) मॉडल का उपयोग करते हुए एक अनुभवजन्य विश्लेषण से पता चलता है कि उच्च उपलब्धता या उपलब्धता-उपयोग अनुपात चयनित फलों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) को कम करता है।
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पूर्वानुमान मूल्यांकन से पता चलता है कि विभिन्न क्षितिजों पर मौसमी ऑटोरिग्रैसिव इंटीग्रेटेड मूविंग एवरेज विद एक्सोजेनस वेरिएबल (एसएआरआईएमएएक्स) मॉडल का सामान्यतः बेहतर कार्य-निष्पादन रहा है।
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तुलन-पत्र चर भारत में फलों की कीमत गतिकी की समझ को गहन बनाने में मदद कर सकते हैं और उनकी कीमत अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए उचित नीतियों को डिजाइन करने में योगदान दे सकते हैं।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1212
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