3 अक्तूबर 2024
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 08/2024: भारत में सब्जियों की मुद्रास्फीति - टमाटर, प्याज और
आलू (टीओपी) का एक अध्ययन
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला1 के अंतर्गत “भारत में सब्जियों की मुद्रास्फीति - टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) का एक अध्ययन” शीर्षक से एक वर्किंग पेपर जारी किया। इस पेपर का सह-लेखन रंजना रॉय, संचित गुप्ता, हर्ष वर्धन, सुवेंदु सरकार, सौमश्री तिवारी, रोहन बंसल, शैलजा भाटिया और अशोक गुलाटी द्वारा किया गया है।
यह पेपर टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) की कीमतों के निर्धारकों का विश्लेषण करने और मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान लगाने के लिए आपूर्ति-मांग गतिकी का पता लगाने के लिए मासिक तुलन-पत्र बनाने का एक नया ढांचा प्रस्तुत करता है। यह पेपर मूल्य शृंखलाओं का भी आकलन करता है और टीओपी के अंतिम उपभोक्ता मूल्य में किसानों की हिस्सेदारी का अनुमान लगाता है।
इस पेपर के प्रमुख निष्कर्ष इस प्रकार हैं:
-
इस पेपर में अनुमान लगाया गया है कि उपभोक्ता के रुपए में किसानों की हिस्सेदारी टमाटर के लिए लगभग 33 प्रतिशत, प्याज के लिए 36 प्रतिशत और आलू के लिए 37 प्रतिशत होगी।
-
ऑटोरिग्रैसिव डिस्ट्रिब्यूटेड लैग (एआरडीएल) मॉडल का उपयोग करते हुए अनुभवजन्य विश्लेषण से निविष्टि लागत, वर्षा और मजदूरी को नियंत्रित करने वाली तीन सब्जियों की मासिक उपलब्धता/ उपलब्धता से उपयोग अनुपात और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के बीच एक महत्वपूर्ण नकारात्मक संबंध का पता चलता है।
-
तुलन-पत्र चरों को शामिल करने वाले सीजनल ऑटोरिग्रैसिव इंटीग्रेटेड मूविंग एवरेज विद एक्सोजेनस वेरिएबल (एसएआरआईएमएएक्स) मॉडल, विभिन्न पूर्वानुमान क्षितिजों में अन्य मॉडलों की तुलना में बेहतर पूर्वानुमान कार्य-निष्पादन करते हैं।
-
विश्लेषण भारत में सब्जियों की मूल्य गतिकी को समझने में तुलन-पत्र चर के महत्व को रेखांकित करता है।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1214
|