21 नवंबर 2024
भारतीय रिज़र्व बैंक और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण ने द्विपक्षीय लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के
उपयोग को बढ़ावा देने हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (एमएमए) ने आज मुंबई में सीमा-पारीय लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं अर्थात भारतीय रुपया (आईएनआर) और मालदीवियन रूफिया (एमवीआर) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक ढांचा स्थापित करने हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक और श्री अहमद मुनव्वर, गवर्नर, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण ने हस्ताक्षर किए।
2. यह एमओयू चालू खाता लेनदेन, स्वीकार्य पूंजी खाता लेनदेन तथा दोनों देशों द्वारा सहमत किसी भी अन्य आर्थिक और वित्तीय लेनदेन में आईएनआर और एमवीआर के उपयोग को प्रोत्साहित करता है। यह ढांचा निर्यातकों और आयातकों को अपनी-अपनी घरेलू मुद्राओं में बीजक बनाने और निपटान करने में सक्षम बनाएगा, जो परिणामस्वरूप विदेशी मुद्रा बाज़ार में आईएनआर-एमवीआर युग्म में व्यापार के विकास को सक्षम करेगा। स्थानीय मुद्राओं के उपयोग से लेनदेन के लिए लागत और निपटान समय का अनुकूलन होगा।
3. यह सहयोग आरबीआई और एमएमए के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। द्विपक्षीय लेनदेन में स्थानीय मुद्राओं का उपयोग अंततः भारत और मालदीव के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय एकीकरण को गहन बनाने तथा भारत और मालदीव के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान देगा।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1551 |