31 दिसंबर 2024
जनवरी – मार्च 2025 तिमाही के लिए राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों के बाज़ार उधार
का सांकेतिक कैलेंडर
भारतीय रिज़र्व बैंक ने राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों (यूटी) के परामर्श से घोषणा की है कि जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए राज्य सरकारों/यूटी द्वारा कुल बाज़ार उधार की मात्रा ₹4,73,477.00 करोड़ रहने की संभावना है। तिमाही के दौरान आयोजित की जाने वाली नीलामियों की साप्ताहिक सूची, उन राज्यों/यूटी के नामों के साथ जिन्होंने अपनी सहभागिता और अस्थायी सांकेतिक राशि की पुष्टि की है, निम्नानुसार है:
माह |
प्रस्तावित तारीख |
उधार की प्रत्याशित मात्रा
(₹ करोड़ में) |
राज्य/यूटी जिन्होंने सहभागिता की पुष्टि की है और उधार की अस्थायी राशि (₹ करोड़ में) |
जनवरी 2025 |
07 जनवरी 2025 |
37000 |
आंध्र प्रदेश |
3000 |
असम |
900 |
बिहार |
2000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
3000 |
हरियाणा |
1000 |
हिमाचल प्रदेश |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
2000 |
महाराष्ट्र |
4000 |
पंजाब |
2000 |
राजस्थान |
1000 |
तमिल नाडु |
2000 |
तेलंगाना |
3000 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
4500 |
14 जनवरी 2025 |
24719 |
बिहार |
2000 |
हरियाणा |
1000 |
जम्मू और कश्मीर |
300 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
महाराष्ट्र |
5000 |
मिज़ोरम |
119 |
पंजाब |
500 |
तमिल नाडु |
1000 |
तेलंगाना |
2000 |
त्रिपुरा |
300 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
4500 |
21 जनवरी 2025 |
36750 |
असम |
500 |
बिहार |
2000 |
गोवा |
100 |
हरियाणा |
1000 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
1000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
महाराष्ट्र |
5000 |
नागालैंड |
300 |
उड़ीसा |
1000 |
पुडुचेरी |
350 |
राजस्थान |
1000 |
तमिल नाडु |
1000 |
तेलंगाना |
2500 |
उत्तराखंड |
1000 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
4500 |
28 जनवरी 2025 |
48588 |
आंध्र प्रदेश |
1000 |
बिहार |
2000 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
2000 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
1000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
महाराष्ट्र |
4000 |
पंजाब |
500 |
राजस्थान |
5000 |
सिक्किम |
488 |
तमिल नाडु |
6000 |
तेलंगाना |
2500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5500 |
फरवरी 2025 |
04 फरवरी 2025 |
37900 |
आंध्र प्रदेश |
2000 |
असम |
900 |
बिहार |
2000 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
1000 |
हिमाचल प्रदेश |
500 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
2000 |
महाराष्ट्र |
5000 |
पंजाब |
2000 |
राजस्थान |
1000 |
तमिल नाडु |
3000 |
तेलंगाना |
3000 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
11 फरवरी 2025 |
29619 |
बिहार |
2000 |
हरियाणा |
1500 |
जम्मू और कश्मीर |
200 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
1000 |
महाराष्ट्र |
4000 |
मिज़ोरम |
119 |
उड़ीसा |
1000 |
पंजाब |
500 |
राजस्थान |
1000 |
तमिल नाडु |
3000 |
तेलंगाना |
2000 |
त्रिपुरा |
300 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
18 फरवरी 2025 |
34159 |
असम |
900 |
बिहार |
2000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
1000 |
जम्मू और कश्मीर |
200 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
मणिपुर |
200 |
मेघालय |
193 |
नागालैंड |
400 |
पुडुचेरी |
166 |
पंजाब |
500 |
तमिल नाडु |
3000 |
तेलंगाना |
2500 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
25 फरवरी 2025 |
49907 |
आंध्र प्रदेश |
1000 |
बिहार |
1546 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
1000 |
हरियाणा |
1000 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
2000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
महाराष्ट्र |
5000 |
उड़ीसा |
2000 |
पंजाब |
500 |
राजस्थान |
5000 |
सिक्किम |
761 |
तमिल नाडु |
6000 |
तेलंगाना |
2500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
मार्च 2025 |
04 मार्च 2025 |
40350 |
आंध्र प्रदेश |
2000 |
असम |
900 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
2000 |
हिमाचल प्रदेश |
500 |
जम्मू और कश्मीर |
350 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
3000 |
महाराष्ट्र |
4000 |
उड़ीसा |
1500 |
पंजाब |
2000 |
राजस्थान |
1000 |
तमिल नाडु |
4000 |
तेलंगाना |
3000 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
4500 |
11 मार्च 2025 |
38626 |
अरुणाचल प्रदेश |
215 |
असम |
900 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
2000 |
जम्मू और कश्मीर |
300 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
1000 |
महाराष्ट्र |
5000 |
उड़ीसा |
1500 |
पुडुचेरी |
200 |
पंजाब |
500 |
राजस्थान |
2500 |
तमिल नाडु |
5000 |
तेलंगाना |
2500 |
त्रिपुरा |
911 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
4500 |
18 मार्च 2025 |
41794 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
हरियाणा |
4000 |
झारखंड |
1000 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
2000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
महाराष्ट्र |
4000 |
मेघालय |
227 |
मिज़ोरम |
120 |
पंजाब |
847 |
राजस्थान |
1500 |
तमिल नाडु |
5000 |
तेलंगाना |
2000 |
उत्तराखंड |
500 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
25 मार्च 2025 |
54065 |
आंध्र प्रदेश |
2000 |
असम |
1000 |
छत्तीसगढ़ |
1000 |
गोवा |
100 |
गुजरात |
2000 |
हरियाणा |
4000 |
जम्मू और कश्मीर |
431 |
झारखंड |
850 |
कर्नाटक |
4000 |
केरल |
2000 |
मध्य प्रदेश |
7500 |
महाराष्ट्र |
5000 |
मणिपुर |
477 |
नागालैंड |
500 |
उड़ीसा |
1000 |
राजस्थान |
4707 |
तमिल नाडु |
6000 |
तेलंगाना |
2500 |
उत्तराखंड |
1000 |
उत्तर प्रदेश |
3000 |
पश्चिम बंगाल |
5000 |
कुल |
4,73,477.00 |
|
4,73,477.00 |
उधार की वास्तविक राशि और सहभागिता करने वाले राज्यों/यूटी के विवरण वास्तविक नीलामी के दिन से दो/तीन दिन पहले प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किए जाएंगे जो राज्य सरकारों/यूटी की आवश्यकता, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 293(3) के अंतर्गत भारत सरकार के अनुमोदन और बाज़ार की स्थिति पर निर्भर होंगे। भारतीय रिज़र्व बैंक बाज़ार स्थितियों और अन्य संगत कारकों को ध्यान में रखते हुए गैर-विघटनकारी तरीके में नीलामियां आयोजित करने और तिमाही के दौरान एक समान उधार वितरित करने का प्रयास करेगा। राज्य सरकारों/यूटी के परामर्श से नीलामी की तारीखों और राशि में संशोधन करने का अधिकार भारतीय रिज़र्व बैंक के पास सुरक्षित है।
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1831 |