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भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने तीसरे ग्लोबल हैकथॉन – HaRBInger 2024 के परिणामों की घोषणा की
7 जनवरी 2025

भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने तीसरे ग्लोबल हैकथॉन – HaRBInger 2024 के परिणामों की घोषणा की

भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने तीसरे ग्लोबल हैकथॉन - "HaRBInger - परिवर्तन के लिए नवाचार" की शुरुआत की थी, जिसमें 'शून्य वित्तीय धोखाधड़ी' और 'दिव्यांग अनुकूल होना' विषय के साथ चार समस्या विवरण शामिल थे (प्रेस प्रकाशनी दिनांकित 7 जून 2024)।

2. हैकथॉन को 534 प्रस्तावों के साथ उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली, जिनमें से 39 प्रस्ताव भारत से बाहर की टीमों से प्राप्त हुए, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, हांगकांग, सिंगापुर, ब्राजील, मोरक्को आदि शामिल हैं। हैकथॉन तीन चरणों में चला, जिसमें पहले चरण में 70 प्रविष्टियों को शॉर्टलिस्ट किया गया, जिसे दूसरे चरण में समाधान विकास के लिए 28 प्रविष्टियों तक कम किया गया (प्रत्येक समस्या विवरण के लिए सात) और तीसरे चरण में विजेताओं का अंतिम मूल्यांकन और चयन किया गया। समाधान विकास चरण आठ सप्ताह तक चला, जिसके दौरान शॉर्टलिस्ट की गई टीमों ने बाह्य परामर्शदाताओं के मार्गदर्शन में एक प्रोटोटाइप या अवधारणा का प्रमाण बनाने पर कार्य किया। 28 शॉर्टलिस्ट की गई टीमों को समाधान विकास लागत की प्रतिपूर्ति हेतु वजीफा(स्टीपेंड) प्रदान किया गया।

3. विजेताओं के अंतिम मूल्यांकन और चयन का तीसरा चरण 2 - 3 जनवरी 2025 के दौरान बेंगलुरु में आयोजित किया गया। 28 फाइनलिस्ट ने एक स्वतंत्र जूरी के समक्ष अपने समाधान प्रस्तुत किए, जिसने व्यापकता, नवाचार, व्यवहार्यता, मापनीयता और अनुपालन सहित कई मापदंडों के आधार पर विजेताओं का चयन किया। विजेताओं की घोषणा 4 जनवरी 2025 को बेंगलुरु में आयोजित ग्रैंड फिनाले के दौरान की गई, जिसमें वरिष्ठ बैंकर, वित्तीय क्षेत्र के विचारक, शिक्षाविद और फिनटेक पारितंत्र के संस्थापक/सीईओ शामिल हुए। श्री टी. रबी शंकर, उप गवर्नर ने पुरस्कार प्रदान किए।

4. HaRBInger 2024 के परिणाम इस प्रकार हैं:

क्र. सं. समस्या विवरण विजेता समाधान विवरण
1 सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचना सहित डेटा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग करके वित्तीय लेनदेन में धोखाधड़ी का वास्तविक समय आधार पर अनुमान, पता लगाना और रोकथाम। एफपीएल टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड ‘वनरडार’ एक मानव-इन-द-लूप सक्षम एफ़आरएम व्यापक समाधान है जिसमें तीन घटक हैं: एक उपभोक्ता ऐप जो ग्राहकों को सचेत करने और उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए विज़ुअल कलर कोडेड स्क्रीन का उपयोग करता है, इन संकेतों को संसाधित करने के लिए एक निर्णय कार्यनीति मॉडल और मनुष्यों द्वारा प्रतिक्रिया की समीक्षा करने और मॉडल को और बेहतर बनाने के लिए एक विशेषज्ञ मंच। इस समाधान का उद्देश्य झूठी सकारात्मकता को कम करते हुए और विलंबता को कम करते हुए धोखाधड़ी की रोकथाम के उच्च स्तर को प्राप्त करना है।
2 वित्तीय प्रणाली की अखंडता को बनाए रखते हुए टोकन-आधारित (सीबीडीसी) लेनदेनों में लेनदेन की अनामिकता सुनिश्चित करना। ज़ॉल्ट्स टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड यह समाधान नकदी जैसी गोपनीयता के साथ सुरक्षित ऑनलाइन लेनदेन को सक्षम बनाता है, उपयोगकर्ता की पहचान और लेनदेन की मात्रा को विनियामक सीमाओं के भीतर सुरक्षित रखता है। यह समाधान मौजूदा सीबीडीसी बुनियादी ढांचे के साथ सहजता से एकीकृत होते हुए अनामिकता सुनिश्चित करने के लिए स्टील्थ एड्रेस और जीरो-नॉलेज प्रूफ जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करता है। इस समाधान का उद्देश्य उपयोगकर्ता के विश्वास को बढ़ाकर और गोपनीयता सुनिश्चित करके सीबीडीसी को अपनाना है।
3 म्यूल बैंक खातों/ भुगतान वॉलेट की पहचान करना।
(संयुक्त विजेता)
एपिफी टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड समाधान ‘सतर्क’ वित्तीय और गैर-वित्तीय, प्रोफ़ाइल, डिवाइस और अन्य बाहरी जानकारी का उपयोग करके प्रत्येक खाते के लिए एक व्यापक डिजिटल पदचिह्न बनाता है। यह वास्तविक समय में संदिग्ध म्यूल खातों की पहचान करने के लिए कई एआई और विश्लेषणात्मक मॉडल का उपयोग करता है। इसका उद्देश्य धोखाधड़ी से बचाव को मजबूत करना और वित्तीय प्रणाली की अखंडता को बनाए रखना है।
नैपआईडी साइबरसेक प्राइवेट लिमिटेड समाधान ‘टैगर एआई’ एक वास्तविक समय, अंतर-परिचालनीय एआई/एमएल प्लेटफ़ॉर्म है जो लेनदेन को ट्रैक करने, अनधिकृत आहरण को रोकने और धोखाधड़ी का सहजता से पता लगाने में सक्षम बनाने के लिए लूप टैगिंग प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है। यह एकाधिक बैंकों में म्यूल खातों और संदिग्ध लेनदेन का पता लगाता है और त्वरित वसूली के लिए बैंकिंग प्रणाली के भीतर धन सुरक्षित करता है।
4 दृष्टिबाधित व्यक्तियों द्वारा बैंक नोटों की सटीक पहचान करना
(संयुक्त विजेता)
एच विज़न इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
(हसीन वैद्य)
यह उपकरण दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए एक स्मार्ट वॉलेट है, जो कागज की यूवी अवशोषण दर, स्याही की यूवी प्रतिदीप्ति और उसके रंग जैसी विभिन्न विशेषताओं का पता लगाकर मुद्रा नोटों की पहचान करने में सक्षम बनाता है।
'रुपया दर्शिनी’
(पार्थिबन आर., जेबराज वी. और गोबिका एस.)
'रुपया दर्शिनी' उत्पाद एक एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन किया गया, बटुए के आकार का उपकरण है, जो दृष्टिबाधित व्यक्तियों को एक सरल 'फोल्ड एंड फाइंड' विधि के माध्यम से उनके ज्यामितीय आयामों और ब्रेल चिह्नों में भिन्नता का लाभ उठाकर पुरानी और नई दोनों शृंखलाओं के भारतीय बैंक नोटों को पहचानने में सक्षम बनाता है।
5 सभी चार समस्या विवरणों में सर्वश्रेष्ठ ‘सर्व महिला टीम’ (केवल महिला सदस्यों वाली टीम)। विसास्ट
(क्रिमिशा देवरे)
यह समाधान एक हल्का, पहनने योग्य स्टैंडअलोन डिवाइस है जिसे शरीर से जोड़ा जा सकता है और इसे करेंसी नोटों का पता लगाने और आवाज आधारित घोषणाएँ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस एआई/ एमएल मॉडल-आधारित डिवाइस को ऑब्जेक्ट डिटेक्शन कार्यों को करने के लिए भी प्रशिक्षित किया जा सकता है।

5. इन नवोन्मेषी समाधानों से उन्नत प्रौद्योगिकियों के उपयोग से धोखाधड़ी से लड़ने, वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा और अखंडता बनाए रखने के लिए प्रणाली की क्षमता में वृद्धि होने की आशा है। वे दक्षता और समावेशन लाते हुए वित्तीय सेवाओं की सुगमता और पहुंच को बनाए रखने में भी योगदान देते हैं। इन उत्पादों में लागू विनियामक आवश्यकताओं के अनुपालन के अधीन मौजूदा वित्तीय प्रणाली में व्यापक रूप से अपनाए जाने की क्षमता है।

(पुनीत पंचोली) 
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1867


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