4 दिसंबर 2025
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दायित्वपूर्ण कारोबार आचरण निदेश, 2025 को संशोधित करने के लिए
संशोधन निदेश जारी किए
सामान्य बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाता की शुरुआत एक बचत बैंक खाते के रूप में की गई थी, जिसके माध्यम से वित्तीय समावेशन को मजबूत करने के उद्देश्य से ऐसे खातों के धारकों को कतिपय न्यूनतम सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती है। हाल के वर्षों में वित्तीय सेवाओं तक पहुंच में काफी सुधार हुआ है। तथापि, बैंकिंग क्षेत्र के चल रहे डिजिटलीकरण के लिए बीएसबीडी खाते की आवश्यकता होती है जो ग्राहक की बढ़ती आवश्यकताओं के अनुरूप है। तदनुसार, वर्तमान अनुदेशों की समीक्षा करने का निर्णय लिया गया था और 1 अक्तूबर 2025 को भारतीय रिज़र्व बैंक (सामान्य बचत बैंक जमा खाता) निदेश, 2025 का मसौदा लोक परामर्श / प्रतिक्रिया के लिए जारी किया गया था।
2. बीएसबीडी खाता संबंधी निदेशों के मसौदे पर प्राप्त प्रतिक्रिया की जांच की गई है और इसे अंतिम रूप देते समय उपयुक्त रूप से शामिल किया गया है। निदेशों के मसौदे पर प्राप्त प्रतिक्रिया संबंधी विवरण अनुबंध में दिया गया है।
3. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज बैंकों के लिए लागू बीएसबीडी खाते संबंधी वर्तमान निदेशों में संशोधन करने के लिए निम्नलिखित सात संशोधन निदेश जारी किए हैंः
(1) भारतीय रिज़र्व बैंक (वाणिज्यिक बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(2) भारतीय रिज़र्व बैंक (लघु वित्त बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(3) भारतीय रिज़र्व बैंक (भुगतान बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(4) भारतीय रिज़र्व बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(5) भारतीय रिज़र्व बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(6) भारतीय रिज़र्व बैंक (शहरी सहकारी बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
(7) भारतीय रिज़र्व बैंक (ग्रामीण सहकारी बैंक - दायित्वपूर्ण कारोबार आचारण) संशोधन निदेश, 2025
इन संशोधन निदेशों का उद्देश्य जनता को सस्ती बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करना, बीएसबीडी खातों का उपयोग बढ़ाना और बीएसबीडी खाताधारकों के लिए ग्राहक सेवा में सुधार करना है।
(ब्रिज राज)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2025-2026/1625 |