18 अप्रैल 2019
रिज़र्व बैंक ने “विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम फ्रेमवर्क बनाने” संबंधी ड्राफ्ट जारी किया
फिनटेक नवाचारों के बढ़ते महत्व और वित्तीय क्षेत्र के साथ-साथ वित्तीय क्षेत्र की संस्थाओं के साथ उनके इंटरफेस के मद्देनजर, वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद - उप समिति ने कार्य समूह (डब्ल्यूजी) की स्थापना करने का निर्णय लिया, जो फिनटेक के सूक्ष्म पहलूओं और इसके निहितार्थ पर ध्यान दें और रिपोर्ट करें, ताकि विनियामक फ्रेमवर्क की उचित रूप से समीक्षा और संरेखण हो सके और उसे तेजी से विकसित हो रहे फिनटेक परिदृश्य की गतिशीलता के अनुरूप बनाया जा सके।
इस निर्णय के अनुरूप, भारतीय रिज़र्व बैंक ने फिनटेक विस्तार के घटनाक्रमों का लाभ उठाने के लिए, फिनटेक के सूक्ष्म पहलुओं पर ध्यान देने और रिपोर्ट करने के लिए कार्यपालक निदेशक, बैंकिंग विनियमन विभाग (डीबीआर) की अध्यक्षता में एक अंतर-विनियामक कार्य समूह (डब्ल्यूजी) की स्थापना की। कार्य समूह (डब्ल्यूजी) में रिज़र्व बैंक, सेबी, आईआरडीए, पीएफ़आरडीए, एनपीसीआई, आईडीआरबीटी, चुनिंदा बैंकों और रेटिंग एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। फिनटेक और डिजिटल बैंकिंग पर 'डब्ल्यूजी की रिपोर्ट' को फरवरी 2018 में सार्वजनिक डोमेन में रखा गया । कार्य समूह (डब्ल्यूजी) की प्रमुख सिफारिशों में से एक थी अच्छी तरह से परिभाषित स्थान और अवधि के भीतर 'विनियामक सैंडबॉक्स' के लिए एक उपयुक्त फ्रेमवर्क की शुरुआत करना।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ’विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम फ्रेमवर्क बनाने’ संबंधी ड्राफ्ट जारी किया। ड्राफ्ट दिशानिर्देशों पर टिप्पणियां 08 मई, 2019 तक हितधारकों से आमंत्रित की गई हैं। ड्राफ्ट फ्रेमवर्क पर टिप्पणियाँ/प्रतिक्रिया पर ईमेल द्वारा या ‘विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम फ्रेमवर्क बनाने संबंधी ड्राफ्ट पर फीडबैक’ नामक विषय से निम्न पते पर भेजी जा सकती है:
प्रभारी मुख्य महा प्रबन्धक,
बैंकिंग विनियमन विभाग,
भारतीय रिज़र्व बैंक, केन्द्रीय कार्यालय,
12वां तल,
शहीद भगत सिंह मार्ग, फोर्ट,
मुंबई – 400001
योगेश दयाल
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/2485 |