15 मई 2019 रिज़र्व बैंक ने ‘भारत में भुगतान एवं निपटान प्रणाली: विजन 2019-2021’ प्रकाशित किया
भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “भारत में भुगतान एवं निपटान प्रणाली: विजन 2019-2021” प्रकाशित किया। ‘असाधारण (ई) भुगतान अनुभव को सशक्त करने’ के अपने मूल विषय के साथ भुगतान प्रणाली विजन 2021 का उद्देश्य है प्रत्येक भारतीय को अधिकाधिक ई-भुगतान विकल्पों तक पहुँच बनाने हेतु सशक्त बनाना क्योंकि वह सुरक्षित, विश्वासयुक्त, सुविधाजनक, त्वरित और सस्ते है।
भुगतान प्रणाली विजन 2021 को विभिन्न हितधारकों के इनपुट और भुगतान एवं निपटान प्रणाली (बीपीएसएस) के दिशानिर्देशों के आधार पर तैयार किया गया है। यह प्रतिस्पर्धा, लागत प्रभावशीलता, सुविधा और आत्मविश्वास (4सी) के लक्ष्य पदों के माध्यम से एक 'उच्च डिजिटल' और 'अल्प नकदी (कैश-लाइट)' समाज बनाने की परिकल्पना करता है।
सभी हित धारकों के सम्मिलित प्रयासों और भागीदारी के साथ, भुगतान प्रणाली विजन 2021 का, अपने 36 विशिष्ट कार्य बिन्दु और 12 विशिष्ट परिणामों सहित, उद्देश्य है (क) शीघ्र शिकायत निवारण सहित ग्राहक अनुभव में सुधार करना ; (ख) भुगतान प्रणाली परिचालकों और सेवा प्रदाताओं को सशक्त बनाना; (ग) भुगतान इको-सिस्टम और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सक्षम करना; (घ) भावी विनियमों को लागू करना; और (ङ) जोखिम-केंद्रित पर्यवेक्षण करना। भुगतान प्रणालियों के बचाव और सुरक्षा के प्रति गैर- समझौता का दृष्टिकोण विजन की पहचान है।
भुगतान प्रणालियों का परिदृश्य आगे नवोन्मेष और अधिक सहभागियों के प्रवेश के साथ बदलता रहेगा जिसके माध्यम से ग्राहकों के लिए इष्टतम लागत और विविध भुगतान प्रणाली विकल्पों के लिए स्वतंत्र पहुँच सुनिश्चित हो जाने की उम्मीद है।
भारतीय रिज़र्व बैंक 2019-2021 की अवधि के दौरान इस विजन में उल्लिखित दृष्टिकोण को लागू करेगा। पिछले विजन दस्तावेज़ में 2017-2018 की अवधि को शामिल किया गया है।
योगेश दयाल
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/2687 |