6 जनवरी 2021
पर्यवेक्षकों का कॉलेज (सीओएस)
विनियमित संस्थाओं पर पर्यवेक्षण को और मजबूत करने के उपायों के भाग के रूप में, रिज़र्व बैंक ने प्रवेश स्तर पर और निरंतर आधार पर अपने नियामक और पर्यवेक्षी कर्मचारियों के बीच पर्यवेक्षी कौशल को बढ़ाने और सुदृढ़ करने के लिए पर्यवेक्षकों का एक कॉलेज स्थापित किया था। यह संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण और अन्य विकास संबंधी इनपुट प्रदान करके एकीकृत और केंद्रित पर्यवेक्षण के विकास की सुविधा के लिए किया गया था।
जबकि सीओएस मई 2020 से आभासी मोड में सीमित तरीके से काम कर रहा था, अब इसे पूरी तरह से चालू किया जा रहा है। सीओएस में एक पूर्णकालिक निदेशक होगा जिसे एक अकादमिक सलाहकार परिषद (एएसी) द्वारा समर्थन दिया जाएगा। एएसी उन क्षेत्रों की पहचान करेगा जहां कौशल निर्माण / अप-स्किलिंग की आवश्यकता होती है, सभी कार्यक्रमों के पाठ्यक्रम की योजना बनाएगा और उसे विकसित करेगा, अंतरराष्ट्रीय मानकों / सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ कार्यक्रमों को बेंचमार्क करेगा, उपयुक्त शिक्षण विधियों का विकास आदि करेगा।
एएसी अब निम्नलिखित संरचना के साथ गठित किया गया है:
1 |
श्री एन.एस. विश्वनाथन, पूर्व उप गवर्नर, आरबीआई |
अध्यक्ष |
2 |
श्री अरिजीत बसु, पूर्व एमडी, एसबीआई |
सदस्य |
3 |
श्री परेश सुकठनकर, पूर्व डीएमडी, एचडीएफसी बैंक |
सदस्य |
4 |
प्रो. एस. रघुनाथ, आईआईएम बंगलुरु |
सदस्य |
5 |
प्रो. तथागत बंद्योपाध्याय, आईआईएम अहमदाबाद |
सदस्य |
6 |
प्रो. सुब्रत सरकार, आईजीआईडीआर, मुंबई |
सदस्य |
रिज़र्व बैंक के पूर्व कार्यपालक निदेशक डॉ. रबी नारायण मिश्रा को सीओएस के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
सीओएस का सम्पूर्ण परिचालन, पर्यवेक्षी संसाधन पूल की निरंतर गुणवत्ता बढ़ाते हुए और सुनिश्चित करते हुए विनियमित संस्थाओं के प्रभावी निरीक्षण में योगदान प्रदान करेगा ।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/897 |