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डीएल : मांग देयताएं
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टीएल :आवधिक/मीयादी देयताएं
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कोष्ठकों में दिए गए दिनांक घोषणा दिनांक का सूचक हैं। ।
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*: सीआरआर के आँकड़े घरेलू माँग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) के प्रतिशत के रूप में
हैं जो घरेलू जमाराशियों से संबंधित हैं।
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@ : वृद्धिशील एनडीटीएल पर अतिरिक्त रिज़र्व अपेक्षाओं के साथ।
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**: 29 मार्च 1985 तक बैंकों के लिए दैनिक आधार पर अनुगामी सप्ताह में प्रत्येक शुक्रवार
को सकल मांग और मीयादी देयताओं के निर्धारित अनुपात के रूप में सांविधिक चलनिधि अनुपात
रखना अपेक्षित था। इसके बाद यह द्वितीय पूर्ववर्ती पखवाड़े के अंतिम शुक्रवार को निवल
मांग और मीयादी देयताओं के निर्धारित अनुपात के रूप में प्रतिदिन पाक्षिक आधार पर रखा
जाता है। आँकड़े केवल घरेलू जमाराशियों से संबंधित हैं।
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+ : 3 अप्रैल 1992 को निवल मांग और मीयादी देयताओं पर एसएलआर।
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# : इसके अतिरिक्त 3 अप्रैल 1992 के स्तर पर निवल मांग और मीयादी देयताओं में वृद्धि
पर 30% एसएलआर था।
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^ : 17 सितंबर, 1993 को निवल मांग और मीयादी देयताओं पर एसएलआर।
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$ : इसके अतिरिक्त 17 सितंबर 1993 के स्तर पर निवल मांग और मीयादी देयताओं में वृद्धि
पर 25% एसएलआर था।
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! : 30 सितंबर, 1994 को निवल मांग और मीयादी देयताओं पर एसएलआर।
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& : इसके अतिरिक्त 30 सितंबर 1994 के स्तर पर निवल मांग और मीयादी देयताओं में
वृद्धि पर 25% एसएलआर था।
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@@ : बैंकों द्वारा नकद प्रबंधन को बेहतर करने के लिए, इस पखवाड़े से प्रत्येक अनुसूचित
वाणिज्य बैंक द्वारा द्वितीय पूर्ववर्ती पखवाड़े के अंतिम शुक्रवार को उसकी निवल मांग
और मीयादी देयताओं के आधार पर सीआरआर मेंटेन किया जाएगा। आगे, मिलेनियम परिवर्तन के
दौरान, आकस्मिकता से निपटने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि 1 दिसंबर 1999 से 31
जनवरी 1999 तक दो महीनों की सीमित अवधि के लिए बैंकों के हाथ में नकदी (कैश इन हैंड)
को सीआरआर अनुपालन के लिए लिया जाए। उपर्युक्त अवधि में सीआरआर के लिए ली गई हाथ में
नकदी को एक ही साथ, एसएलआर हेतु पात्र आस्तियों में नहीं गिना जा सकता।