किसी देश के सामाजिक-आर्थिक दर्पण में रूप में मुद्रा उसकी सांस्कृतिक धरोहर का एक
आंतरिक संघटक होती है। भारत सिक्का जारी करनेवाला विश्व का सबसे प्राचीनतम देश है
और इतिहास में दर्ज कई प्रकार के मौद्रिक प्रयोगों की भूमि रहा है।
भारतीय रिज़र्व बैंक मौद्रिक संग्रहालय इस धरोहर के अभिलेखन और संरक्षण का लक्ष्य
रखता है। संग्रहालय यह भी प्रस्ताव करता है कि वह भारत के प्रतिनिधि सिक्कों, कागजी
मुद्रा, सेाने की छड़ें तथा विभिन्न काल की वित्त्य लिखतों और जिज्ञासाओं के स्थायी,
अस्थायी और भ्रमणशील प्रदर्शनियों की व्यवस्था की जाए। इसका यह लक्ष्य भी है कि
भारतीय सागर की परिधि के चारों और मुद्रा के विकास पर अनुसंधान और अध्ययन को प्रोत्साहित
किया जाए तथा मुद्रा और वित्तके बारे में आम जनता को जानकारी दी जाए।
इस पर उपलब्ध होनेवाली सामग्री केवल सूचनार्थ है और इसे रिज़र्व बैंक द्वारा प्रकाशित
आंकड़े नहीं माना जाए। सूचना, दर्श के योगदान और पत्राचार
museum@rbi.org.in को संबोधित किए जाएं।
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